महिला अस्पताल में बाहर की दवाई लिखते मिले डॉक्टर, मंडलायुक्त दीपक रावत ने निरीक्षण के दौरान जताई नाराजगी।

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महिला अस्पताल का किया औचक निरीक्षण, कई खामियां मिलीं
हल्द्वानी। मंडलायुक्त दीपक रावत ने बुधवार को महिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। आयुक्त ने पाया कि एक महिला अपने 20 माह के बच्चे की ओपीडी जांच कराकर बाहर आयी। आयुक्त के पूछने पर महिला ने ओपीडी पर्चा दिखाया। जिस पर बाल रोग विशेषज्ञ ने आयरन एवं विटामिन सिरप बाजार से खरीदने को लिखी थी। यह देख आयुक्त का पारा चढ़ गया। उन्होंने मौके पर सीएमएस डॉ. उषा जंगपांगी को डॉक्टर का स्पष्टीकरण लेने के निर्देश दिये।


मंडलायुक्त दीपक रावत सुबह लगभग 10.50 बजे अचानक महिला अस्पताल पहुंचे। जन औषधि केंद्र के निरीक्षण में आयरन सिरप के बारे में जानकारी लेने पर फार्मासिस्ट ने बताया कि शिशु की आयरन सिरप उपलब्ध नहीं है। इस पर आयुक्त ने बाल रोग विशेषज्ञ से कहा कि उपलब्ध सिरप शिशुओं के लिए उपयुक्त है या नहीं, इसकी जानकारी 11 मई को सायं 4 बजे तक कैंप कार्यालय में उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने कहा कि आयुर्वेदिक चिकित्सालय से उक्त सिरप शिशु को क्यूं नहीं दी गई। कहा कि अस्पताल में दवा उपलब्ध न होने पर मरीजों को जन औषधि की दवाएं लिखी जाएं। ड्यूटी रोस्टर के बारे में पूछने पर सीएमएस ने व्हाट्सएप से ड्यूटी की जानकारी दी। जिस पर आयुक्त ने स्पष्ट निर्देश दिए कि अस्पताल के सभी डाक्टरों का ड्यूटी रोस्टर बाहर नोटिस बोर्ड के साथ ही वार्डों में चस्पा किया जाए। ताकि मरीजों एवं लोगों को डॉक्टर के बारे में पता चल सके।
निरीक्षण के दौरान आयुक्त ने डॉक्टरों के बारे में जानकारी ली तो पता चला कि एक डॉक्टर को 30 अप्रैल 2023 को रामगढ़ अस्पताल से कार्यमुक्त किया है, लेकिन अभी तक डाक्टर ने रामगढ़ अस्पताल में आतिथि तक कार्यभार ग्रहण नहीं किया है। जिस पर आयुक्त ने नाराजगी जाहिर की और सीएमओ व सीएमएस को दैनिक आधार पर अनुश्रवण करने के निर्देश दिए। साथ ही मंडल के समस्त जिलाधिकारी एवं उपजिलाधिकारी को जनपद के सभी अस्पतालों का समय-समय पर निरीक्षण करने के निर्देश दिये। इसके बाद आयुक्त ने वार्डों का निरीक्षण किया। जहां उन्होंने भर्ती मरीजों से हालचाल जाना और एक नवजात को गोद में लेकर ‘गॉड ब्लैस यू’ कहा। निरीक्षण के दौरान सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह भी मौजूद रहीं।

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