कई रियायतों के साथ तीरथ सरकार ने कोविड कर्फ़्यू को 22 जून तक बढ़ा दिया है ,कोरोना मामलों में कमी आने के बावजूद भी सरकार पूरी तरह राज्य को अनलॉक करने से फिर बची है। लेकिन ढील देने का क्रम जारी रखा है। साथ ही 15 जून से चारधाम यात्रा को भी तीन जिलों चमोली, रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी के लोगों के लिए खोल दिया है। इसके लिए आरटीपीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य की गई। वहीं, अन्य राज्यों से उत्तराखंड आने वालों के लिए आरटी पीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट अभी भी अनिवार्य है। कोविड कर्फ्यू में वर्तमान व्यवस्था में कुछ और रियायत भी दी। हफ्ते में तीन दिन बाजार खुलेंगे। मिठाई की दुकानें पांच दिन खुलेंगी। शहरों में विक्रम, ऑटो के संचालन की अनुमति दी गई। साथ ही राजस्व न्यायालय खोलने का भी निर्णय लिया गया है।
प्रदेश सरकार ने 22 जून तक लागु कर्फ्यू के लिए इन वयवस्थाओ में ढील दी है जिसके अनुसार अब
15 जून से सीमित चारधाम यात्रा को खोल दिया गया है। पहले चरण में चमोली जिले के लोग बदरीनाथ धाम के दर्शन करने जा सकेंगे। इसी प्रकार रुद्रप्रयाग जिले के लोगों बाबा केदारनाथ धाम की यात्रा करने की अनुमति दे दी गई है। जबकि उत्तरकाशी जिले के स्थानीय लोग गंगोत्री और यमुनोत्री धाम दर्शन करने जा सकेंगे। ख़ास बात ये है कि इन तीन जिलों के स्थानीय नागरिक भी चारधाम यात्रा आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट दिखाकर ही कर सकेंगे।
सरकार ने बाज़ार तीन दिन खोलने का निर्णय लिया है जबकि मिठाई की दुकानें अब पाँच दिन खुला करेंगी। वहीं शहरों में अब फ़ुल सवारी क्षमता के साथ विक्रम, ऑटो दौड़ाने की अनुमति दे दी गई है।
इसके अलावा एक और ढील बंद पड़ी राजस्व अदालतों को खोलने को लेकर दी गई है।अब राजस्व अदालतें प्रतिदिन अधिकतम 20 मामलों की सुनवाई तक खुलेंगी।जबकि शादी समारोह में आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट के साथ अब 50 लोग शिरकत कर सकेंगे। साथ ही अन्त्येष्टि में भी पचास लोग शामिल हो सकेंगे जिसके लिए आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य नहीं होगी।
अन्य राज्यों से उत्तराखंड आने वालों को लिए अगले हफ़्ते भी आरटीपीसीआर लाना अनिवार्य रहेगा। तीरथ सरकार के शासकीय प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि चरणबद्ध तरीक़े से सरकार अनलॉक की प्रक्रिया में आगे बढ़ रही है और हमारे लिए नागरिकों का स्वास्थ्य प्राथमिकता है लेकिन जैसे जैसे कोरोना मामले कम होते जाएँगे ढील बढ़ती जाएगी।