हल्द्वानी में एक दोस्त ने मामूली सी बात पर अपने दोस्त की हत्या कर दी, जिसके पीछे का कारण नशे की लत होना पाया गया, आईए जानते हैं इस घटना का पूरा विवरण…
वादी राजेन्द्र सिंह सामन्त निवासी बच्ची नगर न०-1, लामाचौड, थाना-मुखानी, जिला नैनीताल ने दिनांक 08/11/23 को थाना मुखानी में आकर तहरीर दी कि 31/01/23 को उनका पुत्र पार्थ राज सिंह सामन्त का घर से मोबाइल लेने का कह कर अपनी कार से गया व दिनांक 01/11/23 की प्रातः आर.के.टैण्ट हाउस वाली सडक में वृन्दावन विहार के पास खाली प्लॉट चौकी आर.टी.ओ रोड थाना मुखानी मे कार के साथ मिला, जिसे अस्पताल ले जाने पर चिकित्सक द्वारा मृत घोषित किया गया।
वादी द्वारा अपनी तहरीर में पार्थ ही हत्या में 1-सिद्धार्थ उर्फ सिद्ध निवासी भूमिया विहार कुसुमखेडा थाना मुखानी 2-मंयक कन्याल निवासी आर.के. टैन्ट हाउस रोड थाना मुखानी 3-कमल रावत निवासी धान मिल डहरिया हल्द्वानी (नैनीताल) के शामिल होने की बात कही गयी थी। वादी की तहरीर के आधार पर पुलिस ने पंजीकृत किया गया।
पुलिस टीम ने 120-150 सी.सी.टी.वी कैमरो* को चैक किया तो पता चला कि घटनास्थल पहुचने से पूर्व मृतक पार्थ राज सिंह सामन्त व उसका दोस्त सिद्धार्थ उर्फ सिद्ध उर्फ सैमुअल व मंयक कन्याल, कमल रावत 04 लोग साथ थे। दिनांक 31.10.2023 की रात्रि में समय करीब रात्रि 11.15 बजे सिद्धार्थ अपनी मो० साइकिल से घर जाते हुये दिखाई दिया। घटनास्थल के आस पास के सी.सी.टी.वी कैमरो का गहनता से चैक किया गया तो दि0 01/11/2023 की सुबह करीब 03.15 बजे मृतक पार्थ की कार से पार्थ के अलावा उसका दोस्त मंयक व अभि० कमल रावत आता दिखाई दिये और थोडी देर बाद समय करीब 03.22 बजे मयंक कन्याल भी घटना स्थल से अपने घर जाता दिखाई दिया । मृतक पार्थ के साथ अन्तिम समय तक अभि० कमल रावत उर्फ भदुवा ही मौजूद रहा। घटना के सम्बन्ध में मंयक कन्याल के पूछताछ करने पर पता चला कि कमल रावत ही लास्ट तक पार्थ के साथ था व उसके द्वारा पार्थ राज सिंह सामन्त की हत्या की गयी है जो कि फरार चल रहा था।
जिसे दिनांक 21/11/23 को समय 16.30 बजे भाखडापुल के पास से मुखबिर की सूचना पर पुलिस ठीम द्वारा गिरफ्तार किया गया।
*पूछताछ: घटना के आरोपी से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि मैं (कमल रावत) व पार्थ राज सिंह सामन्त, सिद्धार्थ व मंयक कन्याल दोस्त हैं। हम सभी लोग शराब, स्मैक व डौरेक्स (मेडिकल नशा) आदि का नशा करते है। दिनांक 31/10/23 की शाम को मैं, मयंक कन्याल, सिद्धार्थ व मृतक पार्थ राज सिंह एक साथ थे व उसके बाद हम मृतक पार्थ राज सिंह सामन्त का फोन लेने तिकोनिया हल्द्वानी गये, उसके बाद हमने कई जगहो पर स्मैक, शराब व डौरेक्स का नशा किया। फिर सिद्धार्थ उर्फ सैमुअल उर्फ सिद्ध को उसकी मो० साइकिल के पास छोड दिया। वह अपने घर चला गया, उसके बाद जब हम तीनो (कमल रावत, मंयक कन्याल, मृतक पार्थ राज सिंह सामन्त) को भूख लगी तो हम लोग पार्थ की कार से रोडवेज पहुँचे पर वहां की दुकाने बंद होने के कारण मुखानी चौराहे पर पहुँच कर चाय की दुकान में बंद अण्डा, मैगी व लस्सी पी।
जब उसके लिये मैगी आयी तो मजाक मे मैने उसकी मैगी में स्पंज डाल दिया। जिससे वह मुझे गाली देने लगा तथा जब नशे में मेरे हाथ से उसकी कार मे लस्सी गिर गयी तो वह मुझसे कहने लगा साले दिखाई नही दे रहा है, यह क्या कर दिया। उसने मेरी वाली मैगी खायी व मैने स्पंज रखी वाली मैगी खायी। जिसके बाद फिर हम तीनो कार से आर.के. टैण्ट हाउस वाली गली मे वृन्दावन विहार खाली प्लाट मे पहुँचे। जहाँ मंयक ने पार्थ को स्मैक की पुडिया दी और पार्थ ने उसे 500 रुपये दिये। मंयक ने पार्थ को स्मैक पिलाई। उसके बाद मंयक ने कहा कि मुझे सुबह ड्यूटी जाना है। कह कर घर चला गया उसके जाने के बाद पार्थ मुझे गाली देते हुये कहा कि तुझे कहा छोडना है व गन्दी गन्दी गालिया देने लगा। मैं पार्थ को गाली ना दे बार बार कह रहा था, लेकिन पार्थ चुप नही हो रहा था और लगातार माँ बहन की गॉलिया देते जा रहा था। मुझे गुस्सा आ गया और मैने उसका मुँह चुप कराने के लिये उसका नाक व मुँह को अपने हाथ से बंद कर दिया।
उसके बाद भी वह मुझे लगातार गाली दे रहा था। जिस पर मेरा गुस्सा बढ़ गया और मैंने हाथ से उसका गला भी दबा दिया, जिससे वह शांत हो गया मुझे लगा कि पार्थ नशे के कारण बेहोश हो गया और सो गया है। फिर मैने उसकी ड्राइविंग सीट को पूरा पीछे लिटाया और पार्थ के दोनो हाथ पकड कर ड्राइविंग सीट पर लिटा दिया व मैने फिर से स्मैक पी मुझे बहुत नशा हो गया था और मैं गाडी की अगली सीट पर सो गया।
सुबह जब धूप मेरी आँखो पर पडी तब है उठा तो मैंने पार्थ को काफी हिलाया डुलाया। लेकिन पार्थ ने कोई हरकत नहीं कि मुझे घबराहट होने लगी मुझे समझ नही आ रहा था। मुझे पसीना आने लगा, मैने अपने कपडे चैज किये फिर मौका देखकर पार्थ का फोन कार में ही छोडकर व कार के शीशे बंद कर अपने कपडे लेकर वहा से चला गया। पार्थ की दोस्त आकांशा व मंयक का फोन आने पर मैंने पार्थ के साथ हुयी घटना को छुपाते हुये कहा कि पार्थ ने मुझे घर छोड दिया था और चला गया था।
दो तीन दिन बाद मुझे पता चला की पार्थ की मौत नशे के ओवर डोज से हुयी है। तो मैं निश्चिन्त हो गया पर जब मुझे पता चला कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पार्थ की हत्या होना आया है तो मैं डर गया और कल हरिद्वार भागने की फिराक में था मैं पहले भी हरिद्वार में रह चुका हूँ पर मुझे पता था पुलिस मुझे तलाश कर रही है। इस लिये मैं अलग अलग साधनो से भाखडा पहुँचा था पर पुलिस द्वारा मुझे पकड़ लिया गया।
गिरफ्तार अभियुक्त-
कमल रावत उर्फ माईकल उर्फ भदुआ पुत्र विजय रावत
निवासी धानमिल चौराहा बैंक ऑफ बडौदा के पीछे थाना हल्द्वानी उंम्र 22 वर्ष।