यूट्यूबर स्वाति नेगी ने पुलिस पर मानसिक उत्पीड़न का लगाया आरोप, भगवा झंडे को हटाने की मांग।

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 नैनीताल। नैनीताल के डीएसए मैदान में लगे भगवा झंडे को लेकर यूट्यूबर स्वाति नेगी द्वारा दिए गए बयान पर उन्हें हाई कोर्ट द्वारा राहत मिल गई है जिसके बाद उन्होंने मंगलवार को प्रेस वार्ता के माध्यम से अपने पक्ष सामने रखा।

तल्लीताल स्थित एक होटल में आयोजित प्रेसवार्ता में कोटद्वार निवासी स्वाति ने बताया कि वह बीते दिनों नैनीताल हाईकोर्ट में अपने मेंटेनेंस के कैश के सिलसिले में आई थी, यहाँ स्थित एक स्टेडियम में सरकारी सम्पत्ति पर एक भगवा झंडा लगा था जबकि वहीं पर मस्जिद, चर्च, गुरूद्वारा और मंदिर मौजूद जिससे अन्य धार्मिक भावनाएं आहत हो रही हैं। इस पर  उन्होंने एक वीडियो बनाया और अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर वीडियो पोस्ट कर इस झंडे को हटाने का आग्रह किया 

इसके बाद सोशल मीडिया पर हिन्दू संगठन, बंजरंग दल द्वारा उन्हें ट्रोल किया गया। उनकी पोस्ट पर अभद्र टिप्पणियाँ की गई। साथ ही मल्लीताल थाने में नॉनबेलिबल धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई। जबकि उनकी एफआईआर ऑनलाइन रजिस्टर नहीं की गई थी। 

बताया कि मल्लीताल थाने की पुलिस द्वारा लगातार उनका मानसिक उत्पीड़न किया गया। इसके बाद हाईकोर्ट से उन्हें राहत मिली है। हाईकोर्ट ने पुलिस से जवाब माँगा है कि आखिर पुलिस ने इतनी संगीन धाराओं में मामला कैसे दर्ज कर दिया? 

जबकि उनकी पोस्ट पर मर्यादाओं को तार-तार करने वाले अश्लील टिप्पणियां करने वालों के खिलाफ उनके द्वारा एसएसपी को भी शिकायत दी गई थी,  लेकिन उस पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।

उन्होंने कहा कि मांग है कि उनकी पोस्ट पर अभद्र अश्लील टिप्पणी करने वालों के विरुद्ध तत्काल कार्रवाई हो और जिस भगवे झंडे को लेकर  उनके द्वारा वीडियो बनाई गई थी। उस झंडे को उतारकर उसे लगाने वालों के विरुद्ध कार्यवाही हो।

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