देहरादून उत्तराखंड राज्य में शनिवार को एक दिन में दो बार धरती डोलने से लोग दहशत में आ गए। भूकंप के झटके करीब साढ़े तीन घंटे के अंतराल में दो बार लगे। पहला झटका हल्का था तो दूसरी बार आए तेज झटके से घबराए लोग घरों, कार्यालयों से बाहर निकल आए। शनिवार शाम करीब 4.25 बजे उत्तराखंड के कई शहरों में भूकंप के हल्के झटके महसूस किये गये। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 3.4 मापी गई, जिसका केंद्र ऋषिकेश बताया गया। इसके बाद रात 7.57 बजे एक बार फिर ज्यादा तीव्रता से भूकंप आने पर लोग खौफ में आ गए।
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 5.4 आंकी गई। भूकंप का एपीसेंटर पश्चिमी नेपाल के शिलांगा क्षेत्र में बताया गया जबकि भारतीय क्षेत्र में इसकी तीव्रता 5.1 बताई गई। दूसरी बार आए इस भूकंप के झटके राजधानी देहरादून समेत पूरे राज्य में महसूस किए गए जबकि इसका प्रभाव कुमाऊं क्षेत्र के पिथौरागढ़ में ज्यादा रहा। इसके अलावा चम्पावत, अल्मोड़ा, नैनीताल, हल्द्वानी, भवाली, भीमताल, ऊधमसिंह नगर, कोटद्वार में भी भूकंप के झटके लगे। दहशत में आए लोग घरों से बाहर निकल आये और एक-दूसरे से विभिन्न माध्यमों से संपर्क करने लगे। समाचार लिखे जाने तक किसी तरह के जान माल की हानि की कोई खबर नहीं मिली।
इस हफ्ते में चार बार भूकंप उत्तराखंड में इस सप्ताह में भूकंप के चार बार झटके लगे हैं। बीती मंगलवार आधी रात को भूकंप के झटके महसूस किये गये थे, तब भी भूकंप का केंद्र नेपाल था। इसकी अगली सुबह फिर से भूकंप के झटकों ने लोगों के दिलों में दहशत भर दी थी।
बुधवार सुबह 6.27 बजे आए भूकंप का केंद्र पिथौरागढ़ में 5 किमी की गहराई में बताया गया था। बड़े झटके लगने की संभावना उत्तराखंड भूकंप के लिहाज से काफी संवेदनशील सिस्मिक जोन फोर में आता है। भूकंप की वजह से राज्य एक बार बड़ी तबाही झेल चुका है। विशेषज्ञों की मानें तो पिछले 10 वर्षों में उत्तराखंड ने भूकंप के लगभग 700 झटके झेले हैं। अभी राज्य में भूकंप के और बड़े झटके आ सकते हैं। आईआईटी कानपुर की एक रिसर्च का दावा है कि आने वाले दिनों में उत्तर भारत में 7.8 से 8.5 तीव्रता का भूकंप आने की संभावना है। हालांकि इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं है।