चारधाम यात्रा पर आने वालों को अब देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड में कराना होगा पंजीकरण,कोविड की निगेटिव रिपोर्ट की नहीं होगी जरूरत

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देहरादून। अनलॉक-5 से पहले चारधाम यात्रा पर बाहरी राज्यों से उत्तराखंड आने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए उत्तराखंड देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड ने चारधाम यात्रा की एसओपी जारी कर दी है।
अब बाहर से आने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए कोविड जांच की निगेटिव रिपोर्ट की शर्त हटा दी गई है। लेकिन यात्रा के लिए तीर्थ यात्रियों को देवस्थान बोर्ड की वेबसाइट पर पंजीकरण और ई-पास व्यवस्था में कोई छूट नहीं दी गई है। देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाथ रमन की ओर से सोमवार देर शाम एसओपी जारी की गई।
प्रदेश सरकार ने हाल ही में बाहर से आने वाले पर्यटकों के लिए कोविड जांच की निगेटिव रिपोर्ट की शर्त समाप्त कर दी है। इसके आधार पर देवस्थानम बोर्ड ने भी चारधाम यात्रा पर बाहर से आने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए कोविड जांच की अनिवार्यता समाप्त कर दी।
एसओपी के अनुसार, पंजीकरण के दौरान दी गई आईडी, पते का प्रमाण यात्रा के वक्त साथ रखना होगा। पंजीकरण के बाद बोर्ड की ओर से यात्रा का ई-पास जारी किया जाएगा। बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में निर्धारित स्थानों पर थर्मल स्कैनिंग में किसी यात्री में कोविड के लक्षण पाए जाते हैं तो उसे यात्रा की अनुमति नहीं दी जाएगी।सोशल डिस्टेसिंग के मानकों का पालन करना अनिवार्य होगा

ऐसी स्थिति में कोविड जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही चारधाम में दर्शन की अनुमति दी जाएगी। चारधाम में दर्शन करने से पहले सैनिटाइजेशन, मास्क पहनना और सोशल डिस्टेसिंग के मानकों का पालन करना अनिवार्य होगा।

सीमित रहेगी तीर्थ यात्रियों की संख्या
चारधाम में प्रतिदिन दर्शन करने वाले यात्रियों की संख्या सीमित ही रहेगी। बदरीनाथ में 1200, केदारनाथ में 800, गंगोत्री में 600 और यमुनोत्री में 450 तीर्थ यात्रियों की संख्या निर्धारित है।

अब तक 62 हजार से ज्यादा ई-पास जारी
एक जुलाई से प्रदेश के लोगों के लिए चारधाम यात्रा खोली गई थी। जबकि 25 जुलाई से प्रदेश के बाहर के तीर्थ यात्रियों को भी कोविड निगेटिव रिपोर्ट के साथ यात्रा पर आने की अनुमति दी गई। अब तक देवस्थानम बोर्ड ने 62 हजार से अधिक ई-पास जारी किए हैं।

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