साथ आए सात सुरों के सरताज, उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस को बनाया खास, बेडू पाको बारामासा को दी नई पहचान…

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उत्तराखंड राज्य निर्माण के 22 वें स्थापना दिवस के मौके पर राज्य के लोक कलाकारों ने बेडू पाको बारामासा गीत को अपनी आवाज देकर इस दिन को खास बना दिया है। आजादी से पहले 1942 में पहली बार नैनीताल के राजकीय इंटर कॉलेज में गाया गया “बेडु पाको बारामासा” कुमाऊंनी लोक गीत नये कलेवर में पेश किया गया है। बुधवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में गीत का वीडियो रिलीज किया गया। गीत को चांदनी एंटरप्राइजेज के बैनर तले लांच किया गया है।

इस गीत को उत्तराखंड के प्रसिद्ध लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी, पद्मश्री प्रीतम भरतवाण, मीना राणा, कल्पना चौहान, किशन महिपाल समेत गढ़वाल और कुमाऊं के 25 से ज्यादा लोकप्रिय गायकों ने अपनी आवाज दी है।
यही नहीं, गीत के रिलीज होते ही सोशल मीडिया में यह तेजी से लोकप्रिय हो रहा है।

गौरतलब है कि आजादी से पहले बेडु पाको बारामासा गीत को कुमाऊं के स्व. बृजेन्द्र लाल शाह ने लिखा था।वहीं, अल्मोड़ा के मोहन उप्रेती और बृजमोहन शाह ने इसमें स्वर देकर इस गीत को लोकप्रिय बना दिया था। गीत वैश्विक पटल पर भी काफी लोकप्रिय हो चुका है। यह गीत पूर्व प्रधानमंत्री, जवाहर लाल नेहरू के पसंदीदा गीतों में शामिल था।

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