यहाँ बहन के सामने ही भाई को उठा ले गया गुलदार ,क्षेत्र में दहशत का माहौल

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मंगलवार देर शाम गंगोलीहाट तहसील मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर ललतरानी गांव में 10 साल के मासूम को गुलदार ने अपना निवाला बना लिया घटना के बाद आसपास क्षेत्र में दहशत का माहौल है जानकारी के अनुसार मंगलवार शाम 10 वर्षीय गणेश कुमार उर्फ गोकुल पुत्र अर्जुन राम अपनी 13 वर्षीय बहन के साथ घर से लगभग तीन सौ मीटर दूर जोग्युड़ा स्थित दुकान से सामान खरीदने गया था। दोनों भाई बहन दुकान से सामान खरीद कर जब घर को लौट रहे थे तो दुकान से सौ मीटर नीचे झाडिय़ों में छिपे गुलदार ने गोकुल पर हमला किया और उसे मौके पर ही मार कर उसका मांस खाने लगा।यह सब देख कर मृतक की तेरह वर्षीय बहन चिल्लाते हुए भागी। उसके चिल्लाने पर ग्रामीण मौके पर पहुंचे।

गुलदार गोकुल के शव को छोड़ कर भाग गया। ग्रामीणों को गोकुल का शव घटनास्थल के कुछ मीटर दूर मिला। घटना की सूचना वन विभाग, पुलिस और प्रशासन को दी गई।सूचना मिलते ही तहसील मुख्यालय से वन रेंजर मनोज सनवाल, थानाध्यक्ष दिनेश बल्लभ और पटवारी विजय पंत अपनी टीम के साथ मौके को रवाना हुए। गुलदार का शिकार बना गोकुल घर का एकलौता चिराग है। उसका पिता अर्जुन राम मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण करता है। इस घटना के बाद उसके घर पर कोहराम मचा है। उसकी मां बेहोश है। गांव के भीतर ही गुलदार द्वारा बालक को मारे जाने से गांव में दहशत बनी हुई है।बीते दिनों गुलदार ने यहां से लगभग दस किमी दूर जरमाल गांव में एक नेपाली मूल की बालिका को अपना निवाला बनाया। बीते सप्ताह वन विभाग द्वारा तैनात शिकारी ने जरमाल गांव में आदमखोर गुलदार को ढेर किया था। आदमखोर को मारे अभी एक सप्ताह भी नहीं हुआ है।

गोलीहाट तहसील मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर ललतरानी गांव में 10 साल के मासूम को गुलदार ने अपना निवाला बना लिया घटना के बाद आसपास क्षेत्र में दहशत का माहौल है जानकारी के अनुसार मंगलवार शाम 10 वर्षीय गणेश कुमार उर्फ गोकुल पुत्र अर्जुन राम अपनी 13 वर्षीय बहन के साथ घर से लगभग तीन सौ मीटर दूर जोग्युड़ा स्थित दुकान से सामान खरीदने गया था। दोनों भाई बहन दुकान से सामान खरीद कर जब घर को लौट रहे थे तो दुकान से सौ मीटर नीचे झाडिय़ों में छिपे गुलदार ने गोकुल पर हमला किया और उसे मौके पर ही मार कर उसका मांस खाने लगा।यह सब देख कर मृतक की तेरह वर्षीय बहन चिल्लाते हुए भागी। उसके चिल्लाने पर ग्रामीण मौके पर पहुंचे।

गुलदार गोकुल के शव को छोड़ कर भाग गया। ग्रामीणों को गोकुल का शव घटनास्थल के कुछ मीटर दूर मिला। घटना की सूचना वन विभाग, पुलिस और प्रशासन को दी गई।सूचना मिलते ही तहसील मुख्यालय से वन रेंजर मनोज सनवाल, थानाध्यक्ष दिनेश बल्लभ और पटवारी विजय पंत अपनी टीम के साथ मौके को रवाना हुए। गुलदार का शिकार बना गोकुल घर का एकलौता चिराग है। उसका पिता अर्जुन राम मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण करता है। इस घटना के बाद उसके घर पर कोहराम मचा है। उसकी मां बेहोश है। गांव के भीतर ही गुलदार द्वारा बालक को मारे जाने से गांव में दहशत बनी हुई है।बीते दिनों गुलदार ने यहां से लगभग दस किमी दूर जरमाल गांव में एक नेपाली मूल की बालिका को अपना निवाला बनाया। बीते सप्ताह वन विभाग द्वारा तैनात शिकारी ने जरमाल गांव में आदमखोर गुलदार को ढेर किया था। आदमखोर को मारे अभी एक सप्ताह भी नहीं हुआ है।

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