नैनीताल: पर्यावरणविदों ने पांचवी पुण्यतिथि पर प्रोफेसर यशपाल सिंह पांगती को दी श्रद्धांजलि…

ख़बर शेयर कर सपोर्ट करें

प्रो. वाईपीएस पांगती रिसर्च फाउंडेशन द्वारा सोमवार को पांचवी पुण्यतिथि पर प्रो. यशपाल सिंह पांगती को श्रद्धांजलि दी गयी। इस अवसर पर राष्ट्रीय वेबिनर का आयोजन किया गया, जिसमें पर्यावरण चुनौती तथा विसय पर चर्चा हुई। मुख्य अतिथि कुलपति प्रो. दीवान सिंह रावत ने कहा की गुरु शिष्य परंपरा नए ज्ञान का सृजन करती है।

उन्होंने प्रो पांगती को श्रद्धासुमन अर्पित किए। कहा के पौधों की जानकारी एवं संरक्षण जरूरी है, जिससे हम सतत विकास में योगदान कर सके। प्रो. रावत ने कहा कि पौधों की विविधता को संरक्षित करना हर मानव का कर्तव्य है। रावत ने प्रो. पांगती के शोध कार्यों की प्रशंसा की तथा उनके बनाए हर्बेरियम को पूर्ण स्थापित करने का वादा किया।

डॉक्टर एमएस दुग्ताल ने कहा कि इंसान को अपना जीवन दिन के नियमो से चलाना चाहिए सुबह गर्म पानी पीना ,सुगर कम खाना घूमना जरूरी है, जिससे वो स्वस्थ रहे तथा बेहतर कार्य कर सके। प्रो. जीएस टिटियाल ने कहा आंखे सुंदरतम रचनाएं है।
डॉक्टर वाई पी एस पांगती मेमोरियल व्याख्यान देते हुए प्रो. एसपी खुल्लर ने प्रो. पांगती के साथ अपने फर्न के अनुभव साझा किए। कहा पौधों की प्रजातियों का सही नामकरण हो।

संचालन करते हुए महासचिव प्रो. ललित तिवारी ने प्रो. वाई पी एस पांगती का जीवन वृत्त प्रस्तुत किया। अध्यक्ष डॉक्टर बी एस कालाकोटी ने सभी का स्वागत तथा डॉक्टर मीना पांडे पुणे ने फाउंडेशन की तरफ से धन्यवाद किया। पूर्व निदेशक वाइल्ड लाइफ संस्थान प्रो जी एस रावत तथा पूर्व निदेशक एच एफ आर आई शिमला डॉक्टर एस एस सामंत ने कहा की हिमालय को सतत विकास में संरक्षित करना है। हिमालय ही इकोसिस्टम सर्विसेज देता है। 2023 के लिए डॉक्टर वाई पी एस पांगती मेमोरियल अवार्ड हेतु उत्कृष्ट कार्य करने पर प्रो. एसपी खुल्लर प्रोफेसर एमिरेटस पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़, डॉक्टर एम एस दुग्ताल फिजिशियन बीडी पांडे हॉस्पिटल नैनीताल, प्रो. जीएस तितयाल, आई स्पेशलिस्ट सुशीला तिवारी अस्पताल को दिए जाने की घोषणा डॉक्टर बहादुर सिंह कालाकोटी अध्यक्ष प्रो पांगती रिसर्च फाउंडेशन ने की।

इससे पूर्व प्रो पांगती की याद में डीएसबी में देवदार का पौधा लगाया गया, जिसमें प्रो ललित तिवारी ,डॉक्टर नवीन पांडे ,डॉक्टर हेम जोशी ,डॉक्टर हर्ष चौहान ,विशाल बिष्ट ,गीतांजलि उपाध्याय शामिल हुए। आज वेबिनार में वक्ताओं ने प्रो पांगती के सरल व्यक्तित्व तथा समर्पित कार्य पर भी प्रकाश डाला।

कार्यक्रम में प्रो. उमा मेलकानिया , डॉक्टर एन एस बनकोटी , डॉक्टर जीसी जोशी , प्रो गीता तिवारी , प्रो नीलू लोधियाल , प्रो एलएस लोधियाल, डॉक्टर पूनम, डॉक्टर सुरभि, डॉक्टर बीएस अधिकारी, प्रो. भावना पांडे , दिव्या, गीतांजलि, डॉक्टर हर्ष चौहान, प्रो. एससी सती ,डॉक्टर नवीन पांडे, डॉक्टर एस सी पंत , डॉक्टर हरमिंदर सिंह डॉक्टर गजेंद्र सिंह, डॉक्टर मनीष बेलवाल, डॉक्टर जीसीएस नेगी, डॉक्टर आईडी भट्ट , बीडी सुयाल रिटायर्ड पीसीसी एफ हिमाचल, प्रो अनिल जोशी अल्मोड़ा। डॉक्टर तनुजा पांगती सहित 100 से ज्यादा प्रतिभागी देश के विभिन्न राज्य के प्रतिभागी रहे।