एसएसबी प्रशिक्षित गोरिल्लाओं को सरकारी नौकरी देने के निर्देश के बाद शुरू हुआ सत्यापन।

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नैनीताल। एसएसबी की ओर से प्रशिक्षित गुरिल्ला स्वयंसेवकों को सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के द्वारा सरकारी नौकरी देने के निर्देश के बाद अब राज्य सरकार गोरिल्लाओं की जानकारी एकत्रित कर रही है।

नैनीताल जिले में भी गोरिल्लाओं का सत्यापन शुरू हो गया है। एलआईयू इंस्पेक्टर संजीव तिवारी ने बताया कि नैनीताल जिले में करीब 900 और नगर के मंगोली, पंगोट, बगड़, भवाली, रामगढ़ समेत आसपास के क्षेत्रों में 100 से अधिक गोरिल्ला चिन्हित हैं। 

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मालूम हो कि विषम परिस्थितियों में देश की रक्षा के लिए एसएसबी द्वारा 1962 के भारत-चीन युद्ध के बाद केंद्र सरकार ने प्रशिक्षण दिया था। इन वॉलिंटियरो को निश्चित मानदेय के आधार पर तैनाती दी जाती थी, लेकिन वर्ष 2001 में केंद्र सरकार ने एसएसबी को सशस्त्र बल में शामिल कर सशस्त्र सीमा बल नाम दे दिया। जिसके बाद से गुरिल्लों के कार्य को समाप्त कर दिया। 

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तभी से गोरिल्ला अपनी तैनाती के लिए आंदोलन कर रहे थे। सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के निर्देश के बाद अब उनके चिन्हिकरण और सत्यापन का कार्य किया जा रहा है।

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