कंगाल कर रहा नेपाल के कसिनो में पैसा कमाने का लालच, टनकपुर सिंचाई विभाग का बाबू हुआ बर्बाद, हल्द्वानी के लोगों को भी नोटिस..

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जल्द पैसा कमाने का लालच इंसान को कंगाल कर रहा है। इन दिनों भारतीयों में नेपाल में संचालित हो रहे कैसिनो का चस्का भी खूब लगा हुआ है। पैसा कमाने की आस लेकर भारतीय इन ‌कैसिनों में अपना भाग्य तो आजमा रहे हैं, लेकिन पैसा कमाने के बजाय जमा पूंजी तक गंवा दे रहे हैं। इससे परेशान होकर कई लोग खुदकशी तक कर चुके हैं। बावजूद इसके लोगों का यह चस्का नहीं छूट रहा है। टनकपुर-बनबसा सीमा से लगे नेपाल के महेंद्रनगर व कुछ माह पूर्व गड्ढा चौकी के पास सूखासाल क्षेत्र में खुला नया कसिनो भारतीयों को बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है।

कसिनो संचालक की ओर से भारतीयों को बॉर्डर पर लाने ले जाने के लिए वाहन भी लगाए गए हैं। अगर भारतीय कसिनों में जुआ खेलते हुए हार जाए तो उन्हें वहीं पर अधिक ब्याज पर लोन भी उपलब्ध कराया जा रहा है। पुलिस ने सख्ती करते हुए कैसिनों में लगे कुछ वाहनों का शक के आधार पर चालान किया तो कुछ को सीज किया।

दो साल पहले भी पुलिस ने कसिनों में लोन बांटने वाले ऊधम सिंह नगर, टनकपुर, बनबसा, बरेली, पीलीभीत और हल्द्वानी के करीब 25 लोगों को चिह्नित किया था। हालांकि जाँच कर मामले को रफा दफा कर दिया गया। इनमें टनकपुर बनबसा के लोगों को नोटिस भेज दिया है। जबकि अन्य को बनबसा थाने में बुलाकर नोटिस दिया जा रहा है। गौरतलब है कि नेपाल में संचालित इन दोनों कसिनो में सिर्फ भारतीयों को आने की अनुमति है। कैसिनो में घुसने से पूर्व भारतीय का आधार कार्ड चेक किया जाता है। बकायदा रजिस्टर में आधार कार्ड नंबर भी लिखा जाता है। कसिनो में नेपाल के व्यक्ति के खेलने की अनुमति नहीं है। हां इतना जरूर है कि वहां पर कार्य करने वाले सभी नेपाली नागरिक है।

सिंचाई विभाग का बाबू भी कसिनों में हुआ बर्बाद

टनकपुर में कार्य कर रहा सिंचाई विभाग का बाबू भी इसी कसिनो में खेल कर बर्बाद हो गया। बाबू ने अपनी पूरी जमा पूंजी के साथ जीपीएफ, पीएफ फंड गवां दिया। लोगों से लाखों रुपये ब्याज पर लिए और लोन लिया। वह भी हारने के बाद मकान भी बेच कर हार गया। सबकुछ खत्म होने के बाद वह वापस पहाड़ चला गया।

ईडी व आयकर विभाग को भी इनके बारे में अवगत कराया गया

एसपी चम्‍पावत देवेंद्र पिंचा ने बताया कि नेपाल कसिनो में जाने वाले, खेलने व लोन बांटने वाले कई लोगों को चिह्नित कर नोटिस दिया जा रहा है। यही नहीं डीआईजी को भी पत्र लिखकर सभी संबंधित जिलों के एसपी द्वारा इन लोगों को थाने में बुलाकर सचेत करने के लिए भी कहा गया है। इन लोगों की परिसंपत्ति व आय की जांच के लिए ईडी व आयकर विभाग को भी पत्र लिखकर सूची भेजी गई है। दस लाख से अधिक दूसरे देश में निवेश करना मनी लॉड्रिंग के दायरे में आता है। अगर यह लोग नोटिस देने के बाद भी नहीं मानते हैं तो उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी।

शिकायत मिलने पर होगी कार्रवाईः डीआईजी

डीआईजी कुमायूं परिक्षेत्र डॉ. नीलेश आनन्द भरणे का कहना है कि ब्याज का काम करने वालों और कसिनो संचालकों की गतिविधियों पर पुलिस नजर रखे हुए है। नेपाल-उत्तराखंड सीमा पर भी पुलिस लगातार चैकिंग कर रही है। इसके माध्यम से नगदी लाने व ले जाने वालों पर कार्रवाई की जा रही है। उनका कहना है कि यदि किसी के खिलाफ ब्याज पर पैसा बांटने की शिकायत आती है तो पुलिस उस पर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

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