हाल ही में उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के चेयरमैन शादाब शम्स ने एक बयान जारी कर कहा था कि हरिद्वार जिले के पिरान कलियर दरगाह से मानव तस्करी के साथ-साथ देह व्यापार और नशे का कारोबार होता है। शादाब शम्स के इस बयान से उत्तराखंड में सियासी बवाल मच गया था। एआईएमआईएम के साथ कांग्रेस ने भी उत्तराखंड की बीजेपी सरकार के इस बयान की कड़ी निंदा की थी।
अब ऋषिकेश के अंकिता हत्याकांड में भाजपा के नेता विनोद आर्य के बेटे पुलकित आर्य के मुख्य आरोपी होने पर कई लोग भाजपा सरकार पर सवाल उठा रहे हैं। हालांकि भाजपा ने विनोद आर्य को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि धामी सरकार के वक्फ बोर्ड को पिरान कलियर में हो रही घटनाओं से पहले अपने नेताओं के रिजॉर्ट में क्या हो रहा है। वह मालूम होता तो यह सब नहीं होता…
धामी सरकार का खुफिया तंत्र, पुलिस टीम यह पता नहीं लगा पा रही कि किन रिजॉर्ट में कौन से गोरख धंधे हो रहे हैं। देर आये दुरुस्त आये करके धामी सरकार राज्य के रिजॉर्ट में कार्रवाई करवा रहे हैं, लेकिन अब भी संशय यह है कि भाजपा अपने नेताओं और आरएसएस के लोगों के रिजॉर्ट पर भी कार्रवाई कर रहे हैं। सरकार को प्राथमिकता से इन लोगों के रिजॉर्ट की जांच होनी चाहिए।