शिक्षक व कर्मचारी अनावश्यक दफ्तरों के चक्कर न लगाए,एडी माध्यमिक डा.मुकुल सती ने जारी किए निर्देश

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नैनीताल। कुमाऊं मंडल के अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा डा. मुकुल कुमार सती ने शिक्षक व कमर्चारियों को अऩावश्यक दफ्तरों के चक्कर काटने से बचने की सलाह दी है। उन्होंने कोरोनाकाल को देखते हुए यह निर्देश दिए हैं। वहीं एडी ने जिला स्तरीय अधिकारियों को शिक्षक व कर्मचारियों से संबंधित मामलों के यथासमय निस्तारित करने को भी कहा है। उन्होंने कोविड-19 के चलते बने माहौल में बच्चों को पढ़ाई को लेकर भी माहतों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए हैं। इसमें यहां पहले से रह रहे लोगों के अलावा घर वापस आए प्रवासियों के बच्चों को भी ऑनलाइन शिक्षण सुविधा प्रदान को कहा है।


एडी सती ने कहा है कि कोविड-19 के चलते विद्यालय बंद चल रहे हैं। बच्चों को ऑन लाइन पढ़ाए जाने की व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए शिक्षकों को वीडियो/व्हाट्सएप ग्रुप के साथ ही शिक्षा देने के लिए बने चैनलों के माध्यम से बच्चों को पढ़ाना है। उन्होंने जिला व खंड स्तर के शिक्षाधिकारियों से बच्चों की ऑनलाइन पठन-पाठन की अपने स्तर पर लगातार समीक्षा करने को कहा है । उन्होंने कालेजों के प्रधानाचार्यों से भी इस कार्य की नियमित मॉनिटरिंग करते रहने को कहा है। उन्होंने कहा कि स्कूल कालेज स्तर पर प्रत्येक बच्चे को ऑनलाइन पठन-पाठन के अंतर्गत गृहकार्य दिया जाय। इसके अलावा बच्चे के गृहकार्य का भी लगातार मूल्याकंन किया जाय।


एडी ने कहा है कि जिन दुर्गम इलाकों में नेटवर्क की दिक्कतें आ रही हैं वहां पर अभिभावकों को बुलाकर बच्चों को गृह कार्य दिया जाय तथा उसका नियमित मूल्याकंन भी किया जाय। उन्होंने बताया कि सरकार के स्तर से सभी ग्राम पंचायतों को में जल्दी ही 30 जीवी इंटरनेट सुविधा प्रदान की जा रही है। इस के चालू होने से नेटवर्क की असुविधा दूर होगी।
डा. सती ने कोरोनाकाल में सभी प्रधानाचार्यों से अनिवार्य तौर पर अपने मुख्यालय में बने रहने को कहा है। बच्चों के पठन-पाठन पर विशेष ध्यान देने के भी निर्देश दिए हैं । उन्होंने बच्चों की ऑनलाइन प्रतियोगिता कराने तथा मासिक परीक्षा लेने के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कोविड-19 के चलते प्रवासी अपने गांव लौटे हैं। ऐसे लोगों के बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई से जोड़ने तथा इनमें से पात्र बच्चों का कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में प्रवेश दिये जाने पर विशेष प्राथमिकता प्रदान करने को भी कहा है।