हल्द्वानी: स्वामी विवेकानंद राष्ट्रीय पुरस्कार 2024 से सम्मानित हुए समाजसेवी पीयूष जोशी।

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जयपुर में शक्ति फिल्म प्रोडक्शन द्वारा समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट एवं उल्लेखनीय कार्य करने वाली प्रतिभाओं को “स्वामी विवेकानंद राष्ट्रीय पुरस्कार 2024” से वर्चुअल ऑनलाइन आयोजित समारोह के तहत सम्मानित किया गया। इस सम्मान समारोह के लिए देशभर से सैकड़ों की तादाद में प्रविष्ठियां ऑनलाइन प्राप्त हुई , जूरीज द्वारा उत्कृष्ट एवं बेहतरीन कार्य के आधार पर प्राप्त प्रविष्ठियों में से 51 प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया।

जिसमें उत्तराखंड में युवाओं के हितों की लड़ाई लड़ने व उत्तराखंड के युवाओं को स्वामी विवेकानंद की तरह जगाने का कार्य कर रहे पीयूष जोशी को “स्वामी विवेकानंद राष्ट्रीय पुरस्कार 2024” से सम्मानित किया गया।

शक्ति फिल्म प्रोडक्शन फाउंडर अंबालिका शास्त्री ने बताया की समाज की प्रतिभाओं को सम्मानित करना हमारे लिए खुशी की बात है। शक्ति फिल्म प्रोडक्शन पीयूष जोशी द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्य को सराहने एवं सम्मानित करते हुए गर्व की अनुभूति महसूस कर रहा है.
साथ ही वह इनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं , अंबालिका शास्त्री ने बताया कि पीयूष द्वारा कोरोना काल में भी लगभग 10000 से अधिक परिवारों को राशन वितरण से लेकर उनके पास बनाने के साथ-साथ घरों तक पहुंचाने का कार्य किया।

इसके अलावा उत्तराखंड में पीयूष के संघर्ष के बूते ही आरटीआई आज ऑनलाइन हो चुकी है, साथ ही विभिन्न भ्रष्टाचार के मुद्दों पर आवाज उठाई है, जिससे भ्रष्टाचार के विरुद्ध व सुशासन लाने जो स्वामी विवेकानंद का ध्येय था उसे बहुत बल मिला है।


अपनी सिविल सेवा की तैयारी के साथ आज पीयूष उत्तराखंड में बेरोजगार युवाओं वी भर्ती घोटालों के साथ युवाओं के विभिन्न मुद्दों पर लड़ाई लड़ रहे हैं।
इसके साथ ही उनकी संस्था ‘माधवी फाउंडेशन’ द्वारा जल्द सिविल सेवा की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए निशुल्क कोचिंग की शुरुआत भी की जानी है साथ ही विभिन्न योजनाओं पर भी वह कार्य कर रहे हैं।


जिसका मूल्यांकन समय-समय पर उनके वह उनकी टीम द्वारा किया गया, जिसके बाद पियूष को सम्मानित करने का निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा यह गर्व का विषय है कि उत्तराखंड में ऐसा हीरा आज उभर रहा है जो समाज के लिए बहुत अच्छी सोच रखकर कार्य कर रहा है । अंबालिका शास्त्री ने यह भी बताया कि ऐसे लोगों को सम्मानित कर उन्हें एक अलग गर्भ की अनुभूति होती है व उन्होंने राज्य सरकार वह केंद्र सरकार से भी ऐसे प्रतिष्ठित व्यक्तियों को सम्मानित करने की गुहार लगाई है।
पीयूष जोशी ने कहा कि यह मेरे लिए गर्व का विषय है की राष्ट्रीय पुरस्कार से मुझे सम्मानित किया गया अपनी पढ़ाई के साथ समाज के लिए भी उचित समय देने का प्रयास करता हूं सरकारी कोई भी हो युवाओं के हितों को नजरअंदाज करती हैं जिसके लिए लड़ाई लड़ने हेतु युवाओं को आगे आने की जरूरत है लाल कुआं विधानसभा वह उत्तराखंड के भले के लिए जितना भी संघर्ष करना पड़ेगा वह हमें करने का पूरा प्रयास करूंगा इस सम्मान ने मेरे संघर्ष को एक नई दिशा दी वह समाज के प्रति और अच्छे से कार्य करने की प्रेरणा को मजबूत किया है।

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