नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश के वीडियो पर सियासत शुरू ,बीजेपी ने कसा तंज

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नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश को कभी सूबे की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसेंण में ठंड होने के बयान देते हुए देखा गया तो अब मैदानी इलाकों में पार्टी के कार्यक्रम में गर्मी लगने के कारण शहर अध्यक्ष को जम कर खरी खोटी सुंनाने के वीडियो से वे बीजेपी के निशाने पर आ गयी हैं, बीजेपी ने नेता प्रतिपक्ष पर हमला बोला की उनके राजनीति से रिटायरमेंट के समय आ गया है।

कुछ दिन पहले रुद्रपुर में कार्यकर्ताओ संग बैठक करने के दौरान कांग्रेस की कद्दावर नेता व नेता प्रतिपक्ष इंदिरा ह्रदयेश ने कांग्रेस शहर अध्यक्ष को जम कर खरी खोटी सुना दी। उन्होंने शहर अध्यक्ष को यह तक बोल दिया इस तरह के आयोजन उन्हें पसंद नही जिसमे पंखे ओर बैठने के लिए कुर्सी की व्यवस्था ना हो, कहने को तो कांग्रेस पार्टी प्रदेश भर में मिशन 2022 के लिए कार्यकर्ताओं के मन को टटोलने और कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए बैठकों का आयोजन कर रही है। लेकिन कांग्रेस की कद्दावर नेता एवं नेता प्रतिपक्ष इंदिरा ह्रदयेश को पहाड़ में ठंड तो मैदानी इलाके में गर्मी लग रही है। दरअसल कार्यकर्ताओ संग मुलाकात को लेकर कुछ दिन पहले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह और नेता विपक्ष इंदिरा हृदयेश मौजूद रहे। कार्यक्रम में नेता विपक्ष इंदिरा हृदयेश रुद्रपुर कांग्रेस नगर अध्यक्ष को पद और उसकी गरिमा को बनाने की बात कहती नजर आ रही है। अब जब कांग्रेस नेताओ को पहाड़ में ठंड ओर मैदानी इलाकों में गर्मी लगेगी तो मिशन 2022 कैसे पूरा होगा। नेता विपक्ष भूल गयी की आगामी विधानसभा चुनाव में उन्हें और उनकी पार्टी को कितना पसीना बहाना पड़ सकता है। हालांकि कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष के इस बात को कार्यकर्ताओं के साथ समन्वय औऱ कार्यकर्ताओं की पाठ पढ़ाना करार दे रहे हैं कि कैसे एकजुट होकर जनता के बीच जाना है।

दूसरी तरफ बीजेपी को नेता प्रतिपक्ष पर बीजेपी को भी हमला करने का मौका मिल गया है, बीजेपी ने दो टूक कहा दिया की नेता प्रतिपक्ष के राजनीति से संन्यास के समय आ गया है, क्योंकी उम्र भी एक चीज है, वैसे भी कांग्रेस को कभी आम जन से सरोकार नही रहा तो अगला चुनावी मिशन कांग्रेस की पहुंच से बहुत दूर है।

आरोप प्रत्यारोपो का दौर शुरू हो चुका है, प्रदेश की दोनो मुख्य राजनैतिक पार्टियों ने आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कमर कस ली है। क्या यह राजनैतिक पार्टियां एक दूसरे दलों पर आरोप लगाने से ऊपर उठेंगे ?, आगामी चुनाव में आम आदमी पार्टी की देवभूमि में एंट्री होने के बाद कांग्रेस और भाजपा को जमीनी स्तर पर जनता को काम दिखाना होगा।

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