हल्द्वानी: अंकित हत्याकांड में माही का साथ देने वाले नौकर व नौकरानी को पुलिस ने पश्चिम बंगाल से किया गिरफ्तार…

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शहर के बहुचर्चित अंकित हत्याकांड के मामले में पुलिस व एसओजी टीम ने फरार नौकर व नौकरानी को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार कर लिया है। मामले में हत्याकांड की मास्टरमाइंड माही, उसके प्रेमी दीप कांडपाल और सपेरे रमेश नाथ को पुलिस पहले ही पकड़कर जेल भेज चुकी है।

बता दें कि 15 जुलाई को तीनपानी गौला बाइपास रोड पर एक कार में अंकित चौहान पुत्र धर्मपाल चौहान निवासी रामबाग कालोनी रामपुर रोड की संदिग्ध हालत में लाश मिली थी। मामले में पुलिस ने सपेरे को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद 23 जुलाई को मुख्य हत्यारोपी माही उर्फ डौली व उसके प्रेमी दीप कांडपाल को रुद्रपुर से गिरफ्तार किया। जबकि माही के नौकर रामऔतार व नौकरानी उषा फरार चल रहे थे। दोनों के ऊपर 50-50 हजार रुपये का इमाम घोषित किया था। 24 जुलाई को पुलिस ने पश्चिम बंगाल के मालदा में दबिश देकर दोनों को पश्चिम बंगाल में गिरफ्तार कर लिया था।

बुधवार को हल्द्वानी पहुंचने पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए एसएसपी पंकज भट्ट ने बताया कि पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि उनका दो साल पहले माही उर्फ डॉली आर्या से परिचय हुआ था। माही के कहने पर उषा उसके घर में झाड़ू पोछा व खाना बनाने का काम करने लगी थी। उषा और माही को शराब पीने की आदत थी। इस कारण दोनों साथ में बैठकर शराब भी पीते थे। कभी-कभी माही उषा की झोपड़ी में चली जाती थी। जिस बात से अंकित बहुत चिढ़ता था।

बताया कि उषा अपने पति के साथ बसखेती के खेत ग्राम हरिपुर शिवदत्त आदर्श नर्सरी के पास देशी कालोनी में जमीन में झोपड़ी बनाकर रहती थी। लगभग 6-7 माह पूर्व उषा के खेत के मालिक को अंकित ने यह कहकर बरगलाया कि यह बंगालन है। जादू टोना कर सकती है। इस पर उषा से जमीन खाली करवा दी।

तब से रामऔतार और उषा देवी दोनों अकिंत से रंजिश रखने लगे थे। माही ने जब अंकित की हत्या करने का प्लान बनाया तो दोनों आसानी से उसमें शामिल हो गये। घटना को अंजाम देने के बाद दोनों पीलीभीत होते हुए ग्राम हरिपुर गोपी थाना रतुवा जिला मालदा पश्चिम बंगाल चले गये। जहां वह छुपकर रहने लगे थे।

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