नैनीताल: फिर एक बार ब्रिटिशकालीन घड़ियां करेंगी टिक टिक…CRST में 1889 में स्थापित घड़ी होगी दुरुस्त।

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नैनीताल। शहर में ब्रिटिशकाल में भवनों पर स्थापित की गई क्लॉक टावर एक बार फिर समय बतायेंगी। लंबे समय से बंद पड़ी इन घड़ियों को दुरुस्त करने के डीएम ने आदेश दिए है। साथ ही बजट जारी कर घड़ियों को दुरुस्त करने का काम शुरू हो गया है। कुछ माह बाद सभी घड़िया दुरुस्त होकर दोबारा काम करना शुरू कर देगी।
बता दे कि शहर के कलेक्ट्रेट भवन, सीआरएसटी और पालिका भवन ब्रिटिशकाल में निर्मित है। तीनों ही भवनों में अंग्रेजों द्वारा क्लॉक टावर स्थापित की गई थी। जोकि वर्षों तक समय बताती रही। मगर देखरेख के अभाव में तीनों ही घड़िया ठप पड़ गई। डीएम धीराज गर्ब्याल ने बताया कि तीनों घड़ियों को ठीक करवाने के लिए बरेली के मैकेनिक से संपर्क किया गया है। फिलहाल एक घड़ी को ठीक करने के लिए बजट भी जारी कर दिया गया है। जल्द ही कार्य पूरा कर लिया जाएगा।


1889 के दशक में स्थापित है सबसे पुरानी घड़ी

टावर घड़ी को दुरुस्त करने पहुंचे इंडियन क्लाक टॉवर कंपनी के बच्चन ने बताया कि घड़ी पर स्थापना वर्ष और घड़ी बनाने वाली कंपनी का नाम अब भी अंकित है। शहर की तीन घड़ियों में से सबसे पुरानी करीब 1889 के दशक में स्थापित की गई सीआरएसटी की घड़ी है। जोकि सेंट थामस यूएसए कंपनी की ओर से बनाई गई थी। पालिका और कलेक्ट्रेट में स्थापित की गई दोनों घड़िया इसके बाद ही स्थापित है। पूर्व में भी वह इन घड़ियों की मरम्मत कर चुके है। बताया कि फिलहाल सीआरएसटी स्कूल में स्थापित घड़ी को ठीक किया जा रहा है। जिसमें घड़ी के कई उपकरण बदले जाने है। करीब एक माह में यह घड़ी बनकर तैयार हो जाएगी। जिसके बाद कलेक्ट्रेट और फिर पालिका भवन में लगी घड़ी की मरम्मत की जाएगी।

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