केएमवीएन ने रेत बजरी की निकासी नहीं होने से खनन दरों को घटाया

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नैनीताल।

कुमाऊं मंडल विकास निगम (केएमवीएन) ने खनन पट्टों पर रेत, बजरी की बिक्री नहीं होने पर खनन दरों को 25 से 30 फीसदी तक कम कर दिया है। शुक्रवार को केएमवीएन ने इस संबंध में गौला, कोसी, दाबका व अन्य नदियों में होने वाले खनन की संशोधित निविदा दरें भी जारी की हैं।
निगम को उम्मीद है कि निविदा दरों में कमी होने से बाजार में खनन पट्टों की मांग बढ़ेगी। साथ ही इससे उनके राजस्व में वृद्धि होगी।
मालूम हो कि कुमाऊं मंडल विकास निगम कई नदियों में खनन कार्य भी कर रहा है। लेकिन बाजार में बिक्री मूल्य कम होने के कारण निगम के खनन लॉटों से पर्याप्त रेत बजरी की निकासी नहीं हो पा रही है। निगम के लॉट संचालनकर्ता भी पर्याप्त मात्रा में रेत बजरी की निकासी नहीं कर पा रहे। जिस कारण निगम के राजस्व पर भी असर पड़ रहा है।

निगम के महाप्रबंधक एपी वाजपेयी ने बताया कि निगम ने खनन निविदा दरों में कमी करने का निर्णय लिया है। गौला नदी के मैदानी इलाके में निविदा दरें 246 रुपये प्रति टन से घटाकर 191 रुपये प्रति टन तक कर दिया है। वहीं पहाड़ी इलाके में 168 रुपये प्रति टन से घटाकर 114 रुपये प्रति टन कर दिया गया है। इसी तरह कोसी, दाबका नदियों में मैदानी इलाकों में 244 रुपये से 182 और पहाड़ी इलाकों में 167 से 109 रुपये कर दिए हैं। इसके अलावा अन्य नदियों में खनन की दरों में संशोधन करते हुए मैदानी इलाके में 239 से 164 रुपये और पहाड़ी इलाकों में 165 से 100 रुपये प्रति टन कर दिया है।

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