जलवायु परिवर्तन ने बिगाड़ी नैनी झील की सेहत, पिछले छह सालों में मार्च माह का सबसे न्यूनतम जलस्तर

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नैनीताल। सरोवर नगरी नैनीताल की लाइफलाइन नैनी झील की सेहत ठीक नहीं है। इस बार फरवरी में ही तापमान बढ़ने लगा था, जिसके कारण मार्च तक झील का जलस्तर काफी कम हो गया है। जलस्तर में अभी से ही कमी देखी जा रही है। हालांकि नैनी झील का जलस्तर हर साल गर्मियों में कम होना पर्यावरणविदों के लिए लंबे समय से चिंता की वजह बना हुआ है, लेकिन इस बार जलस्तर का गिरना सर्दियों के मौसम से ही जारी है।
मालूम हो कि नैनीताल में आने वाले पर्यटकों के लिए नैनी झील आकर्षण का प्रमुख केंद्र रही है। झील जहां पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षिक करती है। वहीं यह शहर के मौसम और जलवायु का निर्धारण भी करती है। यही नहीं, झील से ही शहर को पानी की आपूर्ति भी की जाती है। नैनी झील का जलस्तर 4 फीट 11 इंच तक पहुंच गया है, जोकि पिछले छह सालों में मार्च महीने का सबसे कम जलस्तर है।

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2017 में 24 घंटे सप्लाई को बंद करने का लिया था निर्णय
2017 से पहले झील से शहर को लगातार 24 घंटे पानी की सप्लाई दी जाती थी, लेकिन झील के गिरते हुए जलस्तर को देखते हुए इसे 2017 में सुबह और शाम को एक-एक घंटे कर दिया गया था। गर्मियों में पर्यटक सीजन होने की वजह से पानी की खपत बढ़ जाती है। 2017 से पहले झील से रोज 18 एमएलडी तक पानी की सप्लाई की जाती थी, लेकिन अब यह रोजाना 8 एमएलडी रह गई है। इस बार मौसम जल्दी गर्म होने से मार्च माह की शुरुआत में ही झील का जलस्तर कम हो गया है। अगर ऐसा ही रहा तो मई-जून तक हालात चिंताजनक हो सकते हैं। अभी सुबह शाम ढाई-ढाई घंटे पानी सप्लाई किया जा रहा है।

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कम बर्फबारी और बारिश न होना है कारण
नैनी झील का जलस्तर इस बार बरसात खत्म होते ही यानी बीते अगस्त के बाद से ही कम होने लगा था। इसकी वजह इस बार सर्दियों में बारिश और बर्फबारी न होना भी रहा। इसकी वजह से झील बरसात के बाद से ही रिचार्ज नहीं हो सकी। हालांकि इस बार मॉनसून में भी पर्याप्त बारिश नहीं हो सकी। वर्ष 2016, 17 में भी नैनी झील का जल स्तर गिरने से झील में डेल्टा बन गए थे। वर्ष 2020 और 2022 में यहां पर मॉनसून के बाद भी सर्दियों में बारिश और बर्फबारी देखने को मिली थी। इसकी वजह से 2020 की गर्मियों में झील का जलस्तर इतनी तेजी से नहीं गिरा था।

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पिछले छह वर्षों में मार्च माह में नैनी झील का न्यूनतम जल स्तर सबसे कम

2018 में 5 फीट 1 इंच
2019 में 5 फीट 5 इंच
2020 में 7 फीट
2021में 5 फीट 7 इंच
2022 में 7 फीट 4 इंच
2023 में 4 फ़ीट 11 इंच
(आंकड़े सिंचाई विभाग द्वारा दिए गए हैं।)


इस बार बारिश, बर्फबारी नहीं होने से प्राकृतिक जल स्रोत रिचार्ज नहीं हो पाए हैं। जिससे नैनी झील का जलस्तर भी काफी कम हो गया है। इस संबंध में जल संस्थान को अवगत कराया जाएगा, जिससे अधिक गिरावट होने से पानी की कटौती की जा सके।
– अधिशासी अभियंता एके वर्मा, सिंचाई विभाग

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