चेन लुटेरों को पकड़ने के लिए दबिश पर उत्तराखंड पहुंची दिल्ली पुलिस की टीम पर ज्वालापुर में फाइनेंस कंपनी के एजेंटों ने हमला कर दिया। एजेंटों ने कार की ईएमआई जमा न करने का हवाला देते हुए पुलिस टीम की कार छीनने का प्रयास किया।
जब नाकाम होने लगे तो साथियों को बुलाकर पुलिसकर्मियों पर हमला कर डाला। पुलिस कर्मियों ने अपनी सरकारी पिस्टल दिखा कर जान बचाई। हमले में 02 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। दिल्ली पुलिस के एक एएसआई ने हमलावरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने आरोपियों की धरपकड़ शुरू कर दी है। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
ज्वालापुर पुलिस के मुताबिक दिल्ली के रोहिणी जिले की एंटी स्नेचिंग सेल में तैनात एएसआई मनोज कुमार ने ज्वालापुर कोतवाली में तहरीर देकर बताया कि वह दिल्ली के थाना बेगमपुर में दर्ज एक मुकदमे के आरोपितों की तलाश में वह हेड कांस्टेबल राजेंद्र और नवीन, कांस्टेबल शैलेश के साथ उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के लिए निकले थे।
मंगलवार की दोपहर हरिद्वार से दिल्ली लौटने दौरान ज्वालापुर में हाईवे पर झिलमिल ढाबा के पास तीन चार युवकों ने उनकी निजी कार रोक लिया और चाबी निकालने लगे। साथ ही अभद्रता करते कार साइड लगाने को कहा। कार चला रहे हेड कांस्टेबल राजेंद्र ने कार साइड में लगाई तो आरोपियों ने बताया कि वह फाइनेंस वाले हैं और कार की ईएमआई बाधित (ड्यू) चल रही है। इसलिए कार को उठाया जा रहा है।
आरोप है कि पुलिस टीम ने उनसे परमिशन मांगी तो उन्होंने गाली-गलौज शुरू कर दी। पुलिसकर्मियों ने अपना परिचय देते हुए दिल्ली पुलिस का आई कार्ड भी दिखाया। लेकिन उन्होंने धक्का मुक्की करते हुए अपने 10-12 और साथियों को बुला लिया। स्कूटी और बाइक पर लाठी डंडे लेकर पहुंचे आरोपियों ने पुलिस कर्मियों पर हमला कर दिया। मजबूरी में पुलिसकर्मी ने जब सरकारी पिस्टल दिखाई तब उन्होंने मारपीट बंद की। स्थानीय पुलिस को फोन करता देख आरोपी दिल्ली पुलिस का आई कार्ड छीन कर फरार हो गए।
घायल पुलिसकर्मी राजेंद्र और शैलेश का मेडिकल कराने के बाद पुलिस को तहरीर दी गई। ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी रमेश सिंह तनवार ने बताया कि तहरीर के आधार पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मारपीट, लूट का प्रयास, सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।