नैनीताल। तहसील यमकेश्वर के गंगा भोगपुर स्थित एक रिजॉर्ट में सेवारत पौड़ी ब्लाक के श्रीकोट गांव की अंकिता की हत्या से पूरे राज्य में आक्रोश पनप रहा है। कारण था कि रिजॉर्ट का मालिक व बीजेपी के नेता का बेटा उस पर ग्राहकों के साथ सोने का दबाव बना रहा था, जिसका अंकिता ने विरोध किया। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी इसके बाद अवैध रूप से चल रहे रिजॉर्ट व होटल पर कार्रवाई के सख्त निर्देश दिए हैं।
इस क्रम में शनिवार को नैनीताल जिलाधिकारी धीराज सिंह गब्र्याल ने बिना पंजीकरण के संचालित हो रहे समस्त होटल, गेस्ट हाउस व रिसोर्ट संचालकों को हिदायत दी है कि सभी नियमानुसार अपना पंजीकरण कराएं। जिले के धानाचुली क्षेत्र में मानकों के विपरीत चलाये जा रहे 5 रिजॉर्ट को सील भी किया गया है। जिलाधिकारी ने उन सभी होटल, गेस्ट हाउस व रिसोर्ट संचालकों को हिदायत दी है, जिन्होंने नियमानुसार अपना पर्यटन विभाग में पंजीकरण नहीं कराया है, वह नियमानुसार अपना पंजीकरण कराना सुनिश्चित करें। गर्ब्याल ने जिला पर्यटन अधिकारी को भी निर्देशित किया है कि जल्द ही ऐसे संचालकों का चिन्हीकरण कर रिपोर्ट दें, ताकि जल्द कार्रवाई की जा सके।
लेकिन सवाल यह है कि अभी तक इन होटल व रिजॉर्ट के खिलाफ कार्रवाई का क्या केवल इंतजार किया जा रहा था, जब किसी बेटी की हत्या होगी, क्या तब ही सरकार व प्रशासन केवल कार्रवाई को अमल में लाएंगे।
नैनीताल जिले में पर्यटन विभाग में अभी 670 रजिस्टर्ड होटल एंड रेस्टोरेंट हैं। साथ ही नैनीताल नगर में 227 होटल एंड रेस्टोरेंट व 60 होम स्टे पंजीकृत हैं। जो कि जमीनी दावों को खोखला साबित कर रहे हैं। नैनीताल में अवैध रूप से कितने ही होटल और रिजॉर्ट संचालित किए जा रहे हैं। लेकिन प्रशासन की नजर इन पर तब नहीं पड़ती, जब इन अवैध होटलों में अवैध कार्य होते हैं। ऐसे में अब देखना यह है कि यह कार्रवाई केवल पांच होटलों के बाद ही सीमित रह जाती है या फिर आगे भी जारी रहेगी। ताकि फिर अंकिता जैसी कोई दूसरी लड़की जो नौकरी कर मां-बाप का सहारा बनना चाहती है, उसे अपनी जान न गंवानी पड़े।