Corbett Tiger Reserve के ढिकाला वन क्षेत्र में कर्मचारियों व श्रमिकों की जान उस समय खतरे में पड़ गई, जब जंगल में बारिश होने पर अचानक बाढ़ आ गई।कॉर्बेट कर्मी व श्रमिक ऊंचे टापू पर चढ़ गए। मौके पर पहुंचे स्टाफ ने रस्सी डालकर जंगल में फंसे लोगों का रेस्क्यू किया। इस दौरान पानी में फंसे लोगों की सांसे अटकी रहीं।
धनगढ़ी पर्यटन गेट से एक किलोमीटर पहले ढिकाला वन मार्ग के समीप कुछ समय पहले भूस्खलन हो गया था। सड़क को बचाने के लिए किनारे सीमेंट व बजरी के ब्लॉक बनाए जा रहे हैं। बुधवार को धनगढ़ी में तैनात डिप्टी रेंजर बालम सिंह बिष्ट 10 श्रमिकों को लेकर निर्माण कार्य करा रहे थे। इसी बीच शाम को अचानक जंगल के दोनों ओर से पानी का तेज बहाव आ गया।
बाढ़ के बीच में फंसे डिप्टी रेंजर ने श्रमिकों को तत्काल काम छोड़कर ऊंचे स्थान पर चढऩे के लिए कहा। कुछ ही देर में पानी का तेज बहाव अपने साथ निर्माणस्थल पर रखे सीमेंट के 30 कट्टे व निर्माण सामाग्री बहा ले गया। बाढ़ में फंसने से श्रमिक घबराने लगे। डिप्टी रेंजर ने उन्हें ढांढ़स बंधाया और धनगढ़ी स्टाफ को सूचित किया। कुछ ही देर में धनगढ़ी से स्टाफ मौके पर पहुंचा। इस बीच पानी भी कम होने लगा तो रस्सी के सहारे डिप्टी रेंजर व श्रमिकों को निकाला गया।
डिप्टी रेंजर ने बताया कि उस क्षेत्र में पहले कभी इतना पानी जंगल से नहीं आया। ऐसा लगा जैसे बादल फट गया हो। एक बार तो इतना पानी बढ़ गया कि उन्होंने खुद बचने की उम्मीद छोड़ दी थी। इसके बावजूद श्रमिकों को बचाने के लिए ढांढस देता रहा।