बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र मानसून को मजबूती देने के लिए आतुर है। मौसम विज्ञानी गुरुवार तक इसके आगे बढऩे के साथ बारिश की संभावना जता रहे हैं।राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि नौ से 12 सितंबर के दौरान राज्य के अधिकांश हिस्सों में बारिश की संभावना बन रही है। विशेषकर कुमाऊं मंडल के अधिकांश जिलों में हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिलेगी। पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं कहीं पर तीव्र बौछार के साथ भारी से बहुत भारी बारिश का आरेंज अलर्ट जारी किया है।
कुमाऊं के प्रमुख स्टेशनों का तापमान
स्टेशन अधिकतम न्यूनतम
हल्द्वानी 32.0 24.5
नैनीताल 28.4 20.2
रुद्रपुर 34.2 25.6
अल्मोड़ा 30.5 19.7
चम्पावत 24.5 17.6
पिथौरागढ़ 28.4 18.4
जागेश्वर 22.7 16.2
बागेश्वर 31.2 21.8
बारिश की कमी की भरपाई करा सकता है मानसून
मानसून का सक्रिय होना बारिश की कमी की भरपाई करा सकता है। उत्तराखंड में ओवरऑल बारिश में विशेष रूप से कोई विशेष कमी नहीं है, लेकिन जिलेवार देखें तो कई जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है। कुमाऊं के चम्पावत जिले में लंबी अवधि के औसत (एलपीए) से 26 प्रतिशत कम बारिश वर्षा रिकार्ड की गई है। नैनीताल में औसत से 9 प्रतिशत, ऊधमसिंह नगर में औसत से 10 प्रतिशत, पिथौरागढ़ में 7 प्रतिशत, अल्मोड़ा में 2 प्रतिशत कम बारिश हुई है। हालांकि मौसम विभाग 19 प्रतिशत तक कम व अधिक बारिश को सामान्य की श्रेणी में रखता है। कुमाऊं में बागेश्वर जिला ऐसा है जहां सामान्य से अधिक बारिश हुई है। बागेश्वर में औसत से 162 प्रतिशत अधिक बारिश हो चुकी है।