उत्तराखंड : प्रदेश के लिए आज एक और गौरवशाली दिन है यहां 18 फरवरी 2019 को कश्मीर के पुलवामा में सर्वोच्च बलिदान देने वाले मेजर विभूति ढौंडियाल की पत्नी निकिता ढौंडियाल आज भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बन गई है।उन्होंने आज भारतीय सेना की वर्दी पहनी और शहीद मेजर विभूति शंकर को श्रद्धांजलि अर्पित की। नोएडा में एक सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करने वाली निकिता अपने पति मेजर विभूति की शहादत के बाद अपने मजबूत इरादों से पीछे नहीं हटी और उन्होंने सेना में शामिल होने का मन बनाया।बता दें कि फरवरी 2019 में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में मेजर विभूति शहीद हो गए थे। 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकियों ने हमला किया था जिसमें 40 जवान शहीद हो गए थे।
निकिता ने 2019 में इलाहाबाद में वूमेन एंट्री स्कीम की परीक्षा दी। जिसे पास कर उन्होंने स्क्रीनिंग टेस्ट ,साइकोलॉजिकल टेस्ट, ग्राउंड टेस्ट, इंटरव्यू मेडिकल टेस्ट में पास होने के बाद मार्च 2020 में मेरिट लिस्ट में सेलेक्ट हुई और उसके बाद चेन्नई की ऑफिसर ट्रेनिंग अकैडमी से उन्हें कॉल लेटर आया।नितिका ने जिस तरह से अपने बहादुर पति को नम आंखों से ‘जय हिंद’ बोलकर अंतिम विदाई दी थी। इसके बाद उन्होंने पति के नक्शे कदम पर चलने का फैसला किया। नितिका ने पिछले वर्ष शॉर्ट सर्विस कमीशन (एसएससी) की परीक्षा पास किया। जिसके बाद उन्हें सेना में शामिल किया गया है। अब वो भी पति की तरह आर्मी ऑफिसर की यूनिफॉर्म पहनकर दुश्मनों से जंग करने के लिए तैयार हैं। उनकी इस कहानी ने करोड़ो युवाओं को प्रेरित किया है।पति के सर्वोच्च बलिदान दिए जाने के बाद निकिता ने एक मजबूत भारतीय नारी का जज्बा दिखाते हुए सेना की ट्रेनिंग लेते हुए आज सेना में शामिल हो गई हैं उन्हें कंधों पर सितारे लगते देख प्रदेश के मुख्यमंत्री गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।