हरिद्वार की सीपीयू ने तत्परता दिखाते हुए एक संदिग्ध कार को पकडा़ जिसमे युवक एक लड़की को जबरन बैठा कर कहीं ले जा रहा था लेकिन सीपीयू की सूझबूझ से कार सवारों को धर दबोचा। हरिद्वार कंट्रोल रूम से सुबह 9:30 बजे सूचना मिली कि डोईवाला के लच्छीवाला से एक सफेद रंग को स्विफ्ट डिजायर कार आ रही है। जिसमे किसी युवक द्वारा एक लड़की को जबरदस्ती अपनी गाड़ी में बैठा कर हरिद्वार की ओर आना बताया गया। इस सूचना पर सीपीयू पुलिस ने तत्परता से चंडी चौक पर उक्त गाड़ी से लड़की को बरामद किया गया।
पूछताछ पर चालक ने बताया कि वो कोटद्वार से है और उसका नाम संदीप है। लड़की ने अपना नाम निशा बताया वो भी कोटद्वार की ही निवासी निकली। लड़की के मित्र ने अपना नाम रितिक निवासी कोटद्वार बताया। ऋतिक से पूछने पर यह मामला प्रेम प्रसंग संबंधी प्रतीत हुआ। जंबो में नियुक्त सीपीयू प्रभारी दिनेश पवार, एसआई रमेश कुमार, कांस्टेबल प्रशांत मिश्रा और चालक सुधीर द्वारा उन तीनों को रोड़ी बेलवाला चौकी के सुपुर्द कर दिया गया। वही इस मामले पर अपराध के घटित होने की सूचना को गंभीरता से ना लेने और उस सूचना को समय से अधिकारियों को ना देने और ड्यूटी में लापरवाही बरतने पर देहरादून एसएसपी द्वारा कंट्रोल रूम में नियुक्त पुलिसकर्मी को किया निलंबित किया।
एसएसपी ने पहले ही सभी अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि ड्यूटी के दौरान किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।सूचना के प्राप्त होने के बाद कन्ट्रोल रुम में नियुक्त कॉ0 बाबू राम भास्कर द्वारा न ही समय से उक्त सूचना से सम्बन्धित थानो को अवगत कराया गया और ना ही उक्त सूचना समय से उच्चाधिकारियों को दी जिससे समबन्धित थाना क्षेत्रों में संधिक्त वाहनों की चैकिंग प्रारम्भ करने में अनावश्यक देरी हुई। आरक्षी द्वारा अपने कर्तव्यों के दौरान बरती गयी लापरवाही पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने तत्काल उक्त आरक्षी को निलम्बित किया गया है।