नैनीताल। सरोवर नगरी के कई इलाकों में हो रहे भूस्खलन के कारण यहां रह रही आबादी पर अब खतरा मंडरा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि नैनी झील के किनारे की सुरक्षा दीवारों पर भू-धंसाव, बलियानाला में हो रहे भूस्खलन का कारण नगर में ड्रेनेज सिस्टम की कमी, सुरक्षा दीवारों का कमजोर होना, मृदा क्षरण, चट्टानों का कमजोर होना है। इसके लिए नगर का परीक्षण कर स्थायी उपचार बनाया जरूरी है। यह बातें सोमवार को बलियानाला, पाइंस, नैनीताल-भवाली मार्ग और मल्लीताल बैंड स्टैंड पर लगातार हो रहे भूस्खलन व भू धंसाव की स्थिति का जायजा लेने पहुंचे आपदा सचिव रणजीत सिन्हा ने कहीं।
नैनीताल नगर का दौरा करने पहुंचे आपदा सचिव रणजीत सिन्हा ने लोक निर्माण विभाग, सिंचाई विभाग, नगर पालिका परिषद नैनीताल, जल संस्थान के अधिकारियों के साथ भूस्खलन, भू कटाव की स्थिति का जायजा लिया। इस मौके पर उन्होंने संबंधित अधिकारियों को क्षेत्र में भू-धंसाव, भू कटाव के साथ ही सीवेज संबंधित समस्याओं को लेकर गंभीरता के साथ सर्वे कर योजना बनाने के निर्देश दिए, जिससे प्रभावित क्षेत्रों में जल्द से जल्द ट्रीटमेंट कार्य शुरू किया जा सके।
उन्होंने बलियानाला क्षेत्र में होने रहे भू-स्खलन पर नजर बनाये रखने के भी निर्देश दिये। संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि भूस्खलन से पहले और उसके बाद जो ट्रीटमेंट कार्य किये गये हैं, उसके बाद क्षेत्र की क्या स्थिति है। इन सभी की फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी उपलब्ध कराई जाए, जिससे संभावित खतरे का सही आंकलन किया जा सके। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को संपूर्ण क्षेत्र का परीक्षण कर उसके बाद ही योजनायें बनाने के निर्देश दिए हैं, जिससे क्षेत्र में हो रहीं भू-स्खलन जैसी घटनाओं को रोका जा सके। कहा कि भू-स्खलन रोकने के लिए डेªनेज सर्पोट, सिस्टम सर्पोट को ठीक करने के साथ ही बायोट्रीटमेंट की भी जरूरत है। तभी क्षेत्र में हो रहे भूस्खलन को स्थायी रूप से रोका जा सकता है।
सिन्हा ने संबधित अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये हैं कि आपदा के तहत जो भी कार्य किये जाने हैं, उन कार्यों का जल्द से जल्द प्रस्ताव तैयार कर आपदा मुख्यालय देहरादून को भेजा जाए, जिससे सुनियोजित ढ़ंग से समय पर आपदा के कार्यों के लिए आवश्यक कार्रवाई की जा सके। इस दौरान अपर जिलाधिकारी अशोक कुमार जोशी, अधिशासी अभियंता लोनिवि दीपक गुप्ता, एई राजेश, एसडीओ सिंचाई डीडी सती, अधिशासी अभियंता सिंचाई अनिल कुमार वर्मा, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शैलेश कुमार, अधिशासी अभियंता जलसंस्थान विपिन कुमार, ईओ नगरपालिका अशोक कुमार वर्मा आदि मौजूद रहे।