उत्तराखण्ड की राजनीति में फिर कोई बड़ा बदलाव आने की हलचल शुरू हो गई है। धामी सरकार अपने मंत्रिमंडल में एक बड़े फेरबदल की तैयारी कर रही है। बता दें कि दिल्ली से फ्री-हैंड मिलने के बाद अब सीएम धामी अपने मंत्रिमंडल में काम करने वाले नेताओं की छंटनी करने की तैयारी में जुट गए हैं। कहा जा सकता है कि जल्द ही चौंकाने वाले नाम देखने को मिल सकते हैं। वहीं कहा जा रहा है कि इस उथल-पुथल में कुमाऊं से एक ब्राह्मण नेता को पहली बार मंत्री पद मिल सकता है।
वहीं इस बड़े बदलाव को लेकर कहा जा रहा है कि मंत्रिमंडल का चेहरा बदलकर सरकार को लेकर जनता में अच्छा संकेत देने के लिए यह फैसला लिया गया है। सूत्रों के अनुसार अक्टूबर माह की शुरूआत में मंत्रिमंडल विस्तार होने की संभावना है। वहीं इस बारे में सीएम पुष्कर सिंह धामी और प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट से अलग-अलग फीडबैक भी लिया गया है। वहीं सूत्रों के अनुसार यह बदलाव आलाकमान राज्य में सरकार के कामकाज में सुधार लाने और बीते दिनों हुई घटनाओं से सरकार की बिगड़ी छवि को बदलने के लिए कर सकता है।
बता दें कि जिस तरह पिछले साल केंद्र में कैबिनेट विस्तार में अनेक बड़े चेहरों को बदल दिया गया था, वैसा ही कुछ नजारा अब उत्तराखंड में देखने को मिल सकता है। इससे कई बड़े चेहरों की छुट्टी हो सकती है। जबकि मंत्रियों के तीन खाली पदों को भरा जाएगा। जिसके बाद राज्य में कुल 12 मंत्री बन सकते हैं जबकि अभी महज नौ मंत्रियों के साथ सरकार अपना कामकाज चला रही हैं। वहीं सूत्रों के अनुसार कुमाऊं से जहां एक ब्राह्मण को मंत्री बनाया जा सकता है। वहीं गढ़वाल क्षेत्र से लगे मैदानी इलाके को प्रतिनिधित्व देने की भी संभावना है। ऐसे में हरिद्वार से मदन कौशिक भी मंत्री बनाए जा सकते हैं।
इन दिनों हरिद्वार में चुनाव होने के चलते आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर भी हरिद्वार सीट महत्वपूर्ण है। वहीं कुमाऊं से ब्राह्मण चेहरे के तौर पर रानीखेत के विधायक प्रमोद नैनवाल की दावेदारी सबसे मजबूत नजर आ रही है। पेशे से वकील नैनवाल लम्बे समय से संघ से भी जुड़े हैं। कुमाऊं में क़रीब 40 फ़ीसदी ब्राह्मण आबादी है। कुल दो ब्राह्मण विधायक हैं। वहीं दूसरे नंबर पर बंशीधर भगत हैं जो की पूर्व में मंत्री रह भी चुके हैं।
नैनवाल वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत के गांव मोहनरी के करीब भतरोंजखान के निवासी हैं और यह रानीखेत विधानसभा सीट है। नैनवाल ने वहाँ से रावत के साले और मौजूदा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा को हराया था। खबर है कि नैनवाल की पैरवी संघ की तरफ से भी हुई है। इसी तरह लालकुआं सीट पर मोहन सिंह बिष्ट ने हरीश रावत को भारी मतों से हराया था। अगर ठाकुर चेहरे को भी मंत्रिमंडल में लिया जाता है तो फिर बिष्ट को भी मौक़ा मिल सकता है। वहीं इन दोनों चेहरों को आगे बढ़ाकर पार्टी राज्य में कांग्रेस को भी सख्त संकेत दे सकती है।