अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में बोलीं मंत्री रेखा आर्या- न्याय प्रक्रिया पर भरोसा रखना चाहिए…

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राज्य स्थापना दिवस पर डीएसए मैदान में किया गया फूड फेस्टिवल का आयोजन, सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रही प्रस्तुति।

नैनीताल। राज्य स्थापना दिवस के मौके पर नैनीताल में भव्य कार्यक्रम आयोजित किए गए। राज्य आंदोलनकारियों समेत राजनीतिक व सामाजिक संगठनों ने उत्तराखंड के विकास के लिए एकजुट होकर कार्य करने का संकल्प लिया।

बुधवार सुबह जू रोड स्थित शहीद प्रताप सिंह की प्रतिमा पर जिला प्रभारी मंत्री रेखा आर्या ने माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। मुख्य समारोह मल्लीताल फ्लैट्स में आयोजित हुआ। इस दौरान एमएल साह बालिका विद्या मंदिर व जीजीआईसी की छात्राओं ने शानदार बैंड की प्रस्तुति देकर मुख्य अतिथि मंत्री रेखा आर्य का अभिवादन किया।

मुख्य अतिथि प्रभारी मंत्री रेखा आर्या ने मीडिया से वार्ता के दौरान कहा कि राज्य की देव शक्तियों के साथ ही घर की बेटियों को भी सम्मान दें, जिससे उसे न पैदा होने का संघर्ष करना पड़े और न उसे सामाजिक असमानता का संघर्ष करना पड़े। उन्होंने अंकिता भंडारी हत्याकांड के मामले में पूछे जाने पर कहा कि मुख्यमंत्री धामी ने एसआईटी का गठन कराने के साथ ही आर्थिक व मानवीय दृष्टिकोण से मदद की है। अब यह न्यायालय का विषय है। इस पर हमें अनावश्यक चर्चा से बचना चाहिए, सभी को न्यायालय प्रक्रिया पर भरोसा रखना चाहिए। कहा कि आगामी 2024 में 38वें राष्ट्रीय खेल का आयोजन उत्तराखंड की भूमि पर किया जायेगा, जो प्रदेश के लिए एक गौरवान्वित का दिन होगा।

वहीं मंच पर अपने संबोधन के दौरान मंत्री ने कहा कि 22 सालों में उत्तराखंड बहुत आगे बढ़ा है। लम्बे आन्दोलन के बाद राज्य का निर्माण हुआ है, हमें मिलकर राज्य की कल्पना को साकार करना है। उन्होंने कहा कि मसूरी एवं मुज्जफरनगर जैसे काण्डों को हमे नहीं भूलना चाहिए। राज्य प्राप्ति में हमारे भाई-बहनों और माताओं ने शहादत दी है। हमें उसे नहीं भूलना चाहिए, कहा कि तमाम आपदाओं की चुनौतियों को पार कर राज्य ने अपनी जीवटता को शुद्ध करते हुए पहचान बनाई। राज्य महिलाओं को सशक्त करने के साथ ही आज युवाओं को आत्मनिर्भर भारत के जरिए उन्हें उनकी खुद की पहचान दे रहा है। तमाम योजनाओं के जरिए राज्य ने कीर्तिमान बनाये हैं। हालांकि अभी भी स्वास्थ्य, शिक्षा के क्षेत्र में कई चुनौतियां हैं। लेकिन पहले के मुकाबले काफी परिवर्तन हुआ है। आज हर 5 किमी के दायरे में विद्यालय बने हैं। हर पांच किमी के दायरे में छोटे स्वास्थ्य केंद्र बने हैं।

पर्यटन, चारधाम, ऑलवेदर, रोपवे के दृष्टिकोण से भी यहां प्रगति हुई है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने हमें उत्तराखंड राज्य दिया और उसके बाद उसे संवारने का काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में भी राज्य आगे बढ़ रहा है। यह एकमात्र ऐसा राज्य है, जहां सबसे ज्यादा महिलाओं को पेंशन धनराशि दी जा रही है, जिनमें विधवा, परित्यक्ता, वृद्धा शमिल हैं। कहा कि हम प्रयास कर रहे हैं राज्य के खिलाड़ियों को नौकरी में 4 प्रतिशत का आरक्षण मिले और अभिभावक भी अपने बच्चों को कह सकें कि खेलो बेटा, उत्तराखंड का नाम रोशन करो…राज्य आंदोलनकारियों के विषय पर कहा कि राज्य आंदोलनकारियों को भी सरकार द्वारा पेंशन देने के साथ ही उनका सम्मान किया जाता है।

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