नैनीताल। कोरोना काल में जहां पर्यटन व्यवसाय ठप हो गया था। वहीं, इस बार पर्यटन सीजन अच्छा गुजरने से कुमाऊं मंडल विकास निगम (केएमवीएन) को अपने लक्ष्य से ज्यादा आठ करोड़ 26 लाख का मुनाफा हुआ है। लाभ से प्रभावित होकर निगम ने कार्मिकों की आय में वृद्धि करने का फैसला किया है। सबसे ज्यादा आमदनी नैनीताल के तल्लीताल और सूखाताल टीआरसी से हुई है। इसके बाद कौसानी, विनसर, चौकोड़ी टीआरसी (टूरिस्ट रेस्ट हाउस) से हुई है।
निगम के प्रबंध निदेशक विनीत तोमर ने निगम के निकाय और उपक्रमों में कार्यरत सातवें वेतनमान वाले कार्मिकों का महंगाई भत्ता बढ़ा दिया है। सभी को मूल वेतन के 31 प्रतिशत की दर से 3 प्रतिशत बढ़ाकर अब 34 प्रतिशत महंगाई भत्ता दिया जाएगा। यह व्यवस्था जुलाई माह से लागू मानी जाएगी। इसके लिए प्रबंध निदेशक की ओर से आदेश भी जारी कर दिए गए हैं। जुलाई माह के लिए कार्मिकों के महंगाई भत्ते के लिए 42 लाख रुपये और अगस्त माह के लिए 1.20 करोड़ रुपये की धनराशि ग्रेज्युटी में जमा की गई है।
केएमवीएन के महाप्रबंधक एपी वाजपेयी ने बताया कि अप्रैल से लेकर जून माह तक पूरे कुमाऊं में निगम द्वारा संचालित कार्यों के माध्यम से 11845.35 लाख रुपये की आमदनी हुई है, इसमें से 11018.63 लाख व्यय निगम के सभी मदों में खर्च हुआ है। कुल मिलाकर निगम को 80026.72 लाख यानि की आठ करोड़ से ज्यादा का फायदा हुआ है।
वहीं, सूखाताल से अप्रैल से मार्च माह तक 27258074 लाख रुपये, तल्लीताल में 20500000 लाख रुपये, कौसानी से 13949407, विनसर से 11424683 लाख रुपये का राजस्व मिला है। मई से जून माह में भी अच्छा कारोबार हुआ है। हालांकि केएमवीएन को पर्वत वायर्स, पर्वत प्लास्टिक, मसाला उद्योग में 8.97 लाख का घाटा हुआ है। इसी तरह कार पार्किंग में भी नुकसान हुआ हैहै।
केएमवीएन की लगातार आय बढ़ाने के लिए प्रयास किए जा रहे थे। इस बार निगम को आठ करोड़ से ज्यादा का मुनाफा हुआ है, इसलिए कार्मिकों की बेहतरी के लिए महंगाई भत्ता बढ़ाने का फैसला लिया गया है। -विनीत तोमर, एमडी, केएमवीएन