नैनीताल। बीडी पांडे जिला अस्पताल नैनीताल के अकाउंट से 22 लाख रुपये के भुगतान में नयी बात सामने आई है। पीएमएस डॉ. वीके पुनेरा के सोमवार से अवकाश से वापस लौटने पर पूर्व में बिलों की अनियमितता को लेकर कराए गए ऑडिट की रिपोर्ट सामने आई है। जिसमें पता चला है कि भुगतान में 70 फीसदी एंट्री कैश बुक में दर्ज ही नहीं की गई थी। दी गयी ऑडिट रिपोर्ट में अभी बैंक की पासबुक की इन और आउट एंट्री को ही शामिल किया गया है। लेकिन अभी वाउचर का मिलान का काम पूरा होने के बाद ही बिलों को लेकर स्थिति साफ हो पाएगी।
अस्पताल के पीएमएस ने सोमवार को स्वास्थ्य महानिदेशक को पत्र लिखकर ऑडिट व जांच निदेशालय स्तर से ही करवाने को ही कहा है। मालूम हो कि बीडी पांडे जिला अस्पताल के नए पीएमएस डॉ. वीके पुनेरा ने जब चार्ज संभाता तो उन्हें अस्पताल के अकाउंट में करीब 22 लाख रूपए का हिसाब नहीं मिला था।
इसे लेकर उन्होंने उच्च अधिकारियों को पत्र लिखकर मामले से अवगत कराया था। अस्पताल का लिपिकीय स्टाफ भी इस मामले में स्थिति स्पष्ट नहीं कर पाया था। जब मामला उच्च अधिकारियों के पास पहुंचा तो इसके बाद से अस्पताल में हड़कंप मच गया और अकाउंट से गायब हुए हिसाब किताब जुटाने की कोशिशें शुरू कर दी गई। अकाउंट का ऑडिट स्थानीय सीए की मदद से ही करवाया गया।
सोमवार को रिपोर्ट पीएमएस डॉ. वीके पुनेरा के पास पहुंच गई। अब तक की पड़ताल के बाद पता चला कि अब भी 22 लाख रूपए के हिसाब में भुगतान की एंट्री कैश बुक में दर्ज नहीं की गई थी। ऑडिट रिपोर्ट में वाउचर का मिलान नहीं किया गया है। जिस कारण ऑडिट रिपोर्ट को पूरी तरह से सही नहीं माना गया है। ऐसे में पीएमएस ने मामले की जांच स्वास्थ्य महानिदेशालय से ही करवाने का पत्र लिख दिया है।
आउटसोर्स कर्मचारियों का वेतन भी अटका
बिल क्लियर नहीं होने की वजह से अस्पताल में आउटसोर्स कर्मचारियों का वेतन भी रुका हुआ है। दो दर्जन से अधिक आउटसोर्स कर्मचारियों को पिछले तीन महीने से वेतन नहीं मिल पाया है।