धर्म नगरी हरिद्वार आए यात्री की हुई हत्या के मामले में हरिद्वार पुलिस ने होटल मालिक के साथ ही पाँच अभियुक्तों के नामों का खुलासा कर दिया है, हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाए जाने के मामले में आरोपियों की मदद करने वालों को पुलिस ने आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है। वही जिस होटल में हत्या हुई थी उसका मालिक फिलहाल फरार चल रहा है, उसी मालिक ने हत्या की घटना को अंजाम भी दिया है।
पुलिस ने हत्या करने के पीछे वजह लूट की वारदात को बता रही है, हालांकि इस पूरे मामले में एक महिला की भूमिका भी अहम मानी जा रही है, जिसे पुलिस सबूत के रूप में देख रही है। महिला ने इस मामले में कुछ और खुलासे भी किए हैं, जो कि जिस्मफरोशी के धंधे की तरफ जाते हुए नजर आ रहे हैं। वहीं पुलिस इस मामले की गहनता से जांच कर रही है, कि आखिर घटना वाले दिन क्या हुआ था। पांच सितंबर को बिल्केश्वर मार्ग पर एक युवक का शव पुलिस ने बरामद किया था, शव पर किसी तरह के कोई घाव के निशान तो नहीं था। पर उसके हाथ पर उसका नाम लिखा हुआ था।
जिसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम का भेज दिया और पुलिस पोस्टमार्टम की रिपोर्ट का इंतजार कर रही थी, इसी बीच सामने आया कि युवक के शव को दूसरी जगह से लाकर फेंका गया था, कोतवाली के प्रभारी अमरजीत सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि शहर के कबीर गेस्टहाउस में युवक की हत्या कर शव को फेंका गया था। जिसमें गेस्ट हाउस के मैनेजर अरुण मोहित, कृपाल सिंह, किशोर, कन्हैया आदि को पुलिस ने देहरादून से पकड़ा है।
पूछताछ में मैनेजर ने बताया कि गेस्ट हाउस संचालक रमेश चंद्र कनखल के यात्री को लेकर आए थे, उस यात्री के साथ कमरे में एक महिला को भी बुलाया था, जो कुछ समय बाद पैसे लेकर चली गई थी। जानकारियां मिली है कि देर रात कमरे से चीखने चिल्लाने की आवाज आई जब वह कमरे में पहुंचा तो रमेश ने उसे नीचे से जाने की बात कहकर वापस लौटा दिया, वह कुछ देर बाद रमेश ने पहुंचकर यात्री की मौत होने की जानकारी दी और शव को ठिकाने लगाने में सहयोग करने पर सभी को रुपए का लालच दिया।
सीओ सिटी ने बताया कि मैनेजर ने ऑटो रिक्शा चालक उमेश सैनी होटल के धोबी कन्हैया एवं परिचित किशोर के साथ मिलकर शव को बिल्केश्वर मार्ग पर फेंक दिया और रोडवेज बस स्टैंड पहुंच गए, फिर ऑटो रिक्शा को लेकर नया गांव में एक होटल पहुंच गए, पुलिस अब आरोपी होटल संचालक की तलाश कर रही है।