हल्द्वानी शहर में कई बड़े जर्जर भवन हैं जो बरसात के मौसम में कभी भी ताश के पत्तों की तरह है सकते हैं लेकिन कई दशकों से शहर के अनेक इलाकों में खड़े जर्जर भवन किसी बड़े खतरे से कम नहीं है लेकिन आज तक इनके दृष्टि करण की कार्यवाही नहीं की गई है।
जिलाधिकारी संविन बंसल का कहना है कि अधिकारियों से चिन्हित करवा कर ऐसे संवेदनशील भवनों को ध्वस्त कराने की कार्रवाई की जाएगी तो वहीं नगर निगम के मेयर जोगेंद्र पाल सिंह रौतेला का कहना है कि कई ब्रिटिश कालीन भवनों का कोर्ट में विवाद चल रहा है कई में कब्जे को लेकर विवाद है इसी वजह से अब तक इन बड़े जर्जर भवनों के धवस्तीकरण की कार्यवाही नहीं हो पाई है।