ट्यूशन पढ़ाने के नाम पर विगत 2 वर्षों से एक दिव्यांग नाबालिक युवती को घर बुलाकर दुष्कर्म की घटना को अंजाम देने वाले कथित पत्रकार को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है , युवक के खिलाफ धारा 376 और पोक्सो अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है बताया जा रहा है कि आरोपी नाबालिग दिव्यांग को ट्यूशन पढ़ाने के नाम पर घर बुलाकर दुष्कर्म की घटना को अंजाम देता था साथ ही कथित पत्रकारिता का भय दिखाकर परीक्षा में फेल करने के नाम पर लगातार शारीरिक संबंध बना रहा था।
बताया गया है कि यह व्यक्ति स्वयं को आरटीआई कार्यकर्ता भी बताता था, इसके साथ ही पिछले कई महीनों से वह मोहल्ले की एक युवती को ट्यूशन पढ़ाने के नाम पर अपने घर बुलाता था। युवती का आरोप है कि वह पिछले दो साल से उसके साथ जबरदस्ती कर रहा है। इस बीच कुछ दिन पहले युवती के पेट में दर्द हुआ तो उसकी मां ने ट्यूटर को ही दवाई लाने के लिए कहा। इस पर उसने दवा लाने से इंकार कर दिया। युवती को मां को यह बात अखर गई। उसने एक दो बार और दवाई लाने के लिए कहा लेकिन वह युवती की मां पर झल्ला गया। उसने यहां तक कह दिया कि वह किसी का नौकर नहीं है। दरअसल कथित पत्रकार को युवती के गर्भवती होने की गलत फहमी हो गई। बात बिगड़ी तो युवती ने अपनी मां को पूरी कहानी सुना दी।
इसके बाद युवती की मां बेटी को लेकर सीधे बनभूलपुरा पुलिस थाने जा पहुंची जिसके बाद पुलिस ने मामले की गंभीरता देखते हुए तत्काल मुकदमा दर्ज किया और नामजद अभियुक्त की तलाश करते हुए मुकदमा दर्ज होने के चंद घंटों के बाद अभियुक्त को रात 2:00 बजे उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया साथ ही अभियुक्त का मेडिकल कराकर उसे न्यायालय में पेश किया जा रहा है। गिरफ्तारी टीम में एस ओ प्रमोद पाठक उप निरीक्षक दीवान सिंह बिष्ट महिला एसआई कुसुम रावत विरेंद्र रावत और भूपेंद्र सिंह शामिल रहे।