द्रौपदी मुर्मू : महामहिम बनते ही बन गए रिकॉर्ड

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देश के 15वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ग्रहण करते ही द्रौपदी मुर्मू देश को पहली आदिवासी और दूसरी महिला राष्ट्रपति बन गईं। इसके साथ ही उन्होंने अपने नाम कई रिकॉर्ड भी दर्ज किए। आइए जानते हैं कैसे?


  1. पहली आदिवासी राष्ट्रपति : आज तक आदिवासी समाज का कोई भी व्यक्ति देश के सर्वोच्च सांवैधानिक पद तक नहीं पहुंच पाया है। द्रौपदी मुर्मू देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति बन गई हैं।
  2. आजाद भारत में जन्मी पहली राष्ट्रपति : अब तक जितने भी लोग भारत के राष्ट्रपति बने वह सभी 1947 से पूर्व जन्में थे। द्रौपदी मुर्मू पहली राष्ट्रपति हैं जिनका जन्म आजाद भारत में हुआ हैं। वह 20 जून 1958 को ओडिसा में जन्मी थीं।
  3. सबसे युवा राष्ट्रपति: राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के समय द्रौपदी मुर्मू की आयु 64 साल एक महीने है। ऐसे में वह देश की सबसे कम उम्र की राष्ट्रपति हो जाती हैं। इससे यह रिकॉर्ड नीलम संजीव रेड्डी के नाम पर था।
  4. दूसरी महिला राष्ट्रपति : 2007 से 2012 तक राष्ट्रपति रह चुकीं प्रतिभा देवी पाटिल के नाम देश की पहली महिला ‘महामहिम’ होने का गौरव है। द्रौपदी मुर्मू इस पद पर पहुंचने वाली दूसरी महिला और पहली आदिवासी महिला हैं।
  5. ओडिशा से पहली राष्ट्रपति : द्रौपदी ओडिसा की रहने वाली पहली राष्ट्रपति हैं। आज तक ओडिसा का कोई भी व्यक्ति देश के सर्वोच्च सांवैधानिक पद तक नहीं पहुंचा।
  6. भाजपा पृष्ठभूमि की दूसरी राष्ट्रपति : द्रौपदी मुर्मू भाजपा की पृष्ठभूमि की दूसरी राष्ट्रपति हैं। इससे पहले पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की राजनीति भाजपा से जुड़ी हुई थीं।
  7. राष्ट्रपति बनने वाली पहली पार्षद: द्रौपदी मुर्मू ऐसे पहली राष्ट्रपति हैं जो पार्षद रह चुकी हैं। वह 1997 में पार्षद चुनी गई। इसके बाद वह विधायक बनी। राष्ट्रपति बनने से पूर्व वह झारखंड की राज्यपाल भी रह चुकी हैं। वह राज्यपाल बनने वाली पहली आदिवासी महिला हैं।
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