देहरादून। उत्तराखंड में विश्व प्रसिद्ध टिहरी झील में देश का संबसे लंबा झूला मोटर पुल डोबरा-चांठी सेतु बनकर तैयार हो चुका है। जल्द ही इस पुल का लोकार्पण होगा। इस पुल के बनने से लोगों का 14 साल का इंतजार खत्म होगा और क्षेत्रवासियों को सुहाना सफर मिलेगा। इस पुल का निर्माण कार्य वर्ष 2005 में शुरु हुआ था। फिलहाल इस पुल पर यूटिलिटी वाहन चल रहे हैं। इस माह के अंत तक इस पुल के लोकार्पण की उम्मीद है। प्रतापनगर क्षेत्र की जनता पुल के बनने को लेकर काफी बेताब है। प्रतापनगर से टिहरी तक पहुंचने के लिए वर्तमान में 5-6 घंटे लगते हैं लेकिन पुल के जरिए डेढ़ से 2 घंटे में ही प्रतापनगर से टिहरी पहुंचा जा सकेगा।
पुल के निर्माण को लेकर प्रतापनगर की जनता ने जिला प्रशासन के ऊपर काफी प्रेशर दिया था जिसके बाद पुल के कार्य में काफी तेजी आई और अब यह लगभग बनकर तैयार हो चुका है। इस पुल के बनने से प्रतापनगर की जनता बहुत खुश है। जनपद टिहरी गढ़वाल में डोबरा-चांठी में भारी वाहन झूला मोटर सेतु लंबाई 760 (मुख्य स्पान 440 मीटर एवं वायाडक्ट 320 मीटर) लागत 278.48 करोड़ का निर्माण कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है। यह पुल देश का सबसे लंबा झूला मोटर सेतु होगा। 14 साल के लम्बे इंतजार के बाद प्रतापनगर के लोगों के लिए जल्द ही वह शुभ अवसर आने वाला है जिसका उन्हें वर्षों से इंतजार था। टिहरी को प्रतापनगर से सीधे जोड़ने वाला डोबराचांठी पुल भारत का सबसे लम्बा मोटरेबल सिंगल लेन झूला पुल बनकर तैयार है।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का कहना है कि राज्य सरकार ने प्रतापनगरवासियों की पीड़ा और डोबरा चांठी पुल की अहमियत को समझते हुए इसे अपनी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में रखा। इसके लिए एकमुश्त बजट जारी किया गया। इसका परिणाम हम सभी के सामने है। टिहरी झील के ऊपर डोबरा चांठी पुल से 3 लाख से ज्यादा की आबादी को जिला मुख्यालय तक आने के लिए 100 किलोमीटर की दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी।