मानदेय दिए जाने की एक सूत्रीय मांग को लेकर जिले भर में सस्ता गल्ला विक्रेताओं का कार्य बहिष्कार जारी है। हड़ताल के चलते सितंबर माह का राशन नहीं बंट पाया है।हड़ताल लंबी खिंची तो ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब परिवारों केसामने खाद्यान्न का संकट पैदा हो सकता है। इधर विक्रेताओं ने गुरुवार को भी सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया।
तल्लादेश सस्ता गल्ला विक्रेता संघ के बैनर तले विक्रेताओं ने मंच और तामली में प्रदर्शन किया। लोहाघाट में पर्वतीय सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेता कल्याण समिति की जिला इकाई ने धरना प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। टनकपुर, पाटी और बाराकोट में भी विक्रेताओं ने धरना प्रदर्शन जारी रखा। तल्लादेश में हुए धरना प्रदर्शन में शामिल प्रकाश सिंह, महेंद्र सिंह, देवेंद्र जोशी, सीता देवी, श्याम सिंह, दुर्गादत्त, हीरा देवी, चंद्र मोहन, त्रिलोक नाथ, नाथू सिंह, शिवदत्त आदि ने कहा कि सस्ता गल्ला विक्रेता काफी विषम परिस्थिति में लोगों तक खाद्यान्न पहुंचाने का काम करते हैं। उन्हें अभी तक किसी भी प्रकार की सुविधाएं नहीं दी गई हैं।
विक्रेताओं का मानदेय निश्चित किया जाना चाहिए ताकि वे अपने परिवार का भरण पोषण कर सकें। लोहाघाट में संगठन के जिलाध्यक्ष प्रकाश सिंह बोहरा के नेतृत्व में गल्ला विक्रेताओं ने प्रदर्शन किया। उन्होंने केरल व तमिलनाडु की तर्ज पर सस्ता गल्ला विक्रेताओं को मानदेय दिए जाने की मांग उठाई। इस दौरान सुरेश जोशी, राजीव मुरारी, राजेंद्र फत्र्याल, चंद्र मोहन जोशी, विक्रम सिंह ढेक, हरीश पांडेय, प्रदीप लड़वाल, राम सिंह आदि मौजूद रहे। बाराकोट, धूनाघाट, पाटी में भी सस्ता गल्ला विक्रेताओं ने प्रदर्शन किया। विक्रेताओं ने मानदेय दिए जाने का आदेश जारी न होने तक कार्यबहिष्कार जारी रखने की चेतावनी दी है।