कहते है न सत्ता का नशा भला जब सर पर चढ़ा हो तो सत्ताधारी दल किसी तानाशाह से कम नही, चाहें वह जनता की आवाज उठाने वाला पत्रकार ही क्यों न हो, यह बात छुपी भी नही है कि प्रदेश की भजापा सरकार का पत्रकारों के रवैया कैसा रहा है ? भाजपा सांसद द्वारा पत्रकार की आवाज दबाने का मामला सामने आया है जिसमे सांसद महोदय द्वारा देहरादून में पत्रकार पर एफआईआर दर्ज करवा दी।
दी सन्डे पोस्ट पोर्टल के वरिष्ठ पत्रकार आकाश नागर पर नैनीताल सांसद अजय भट्ट द्वारा देहरादून में एफआईआर दर्ज करा कर कही न कही पत्रकार की स्वतंत्र आवाज को दबाने की कोसिस की गई है। सत्ता की हनक लिए भजापा से नैनीताल सांसद अजय भट्ट महोदय भूल गए कि पत्रकार की आवाज दबाना कही उन्हें भारी न पड़ जाएं… श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के प्रदेश महामंत्री विश्वजीत नेगी का कहना है वह पत्रकारो पर हो रहे मुकदमों की कड़ी निंदा करते है साथ ही कहा कि पत्रकारो पर बिना जांच पड़ताल के मुकदमे दर्ज करना बेहद निंदनीय है, पत्रकार हित में श्रमजीवी पत्रकार यूनियन हमेसा पत्रकारो से साथ खड़ा है।