नैनीताल। नगर में नाव की सवारी करने के लिए अब पर्यटकों को दोगुने दाम चुकाने पड़ेंगे। पिछली बोर्ड बैठक में नाव के किराया बढ़ाने पर बनी सहमति के बाद अब सरोवर नगरी में इस व्यवस्था को शुक्रवार से लागू कर दिया गया है, जिसके तहत बढ़े हुए किराए से ही नाव चालकों द्वारा किराया वसूला गया।
मालूम हो कि नैनीताल नाव चालक समिति और नगरपालिका की सहमति से नाव का किराया बढ़ाने का फैसला किया गया था। हाल ही में नगरपालिका बोर्ड की बैठक में नाव के किराए को लेकर भी चर्चा की गई। जिसमें यह प्रस्ताव पारित कर दिया गया था।
2013 से नहीं बढ़ पाया था नाव का किराया
बता दें कि वर्ष 2013 में आखिरी बार नाव का किराया बढ़ाया गया था। साल 2018 में भी नाव की सवारी का किराया बढ़ाया जाना था, लेकिन विरोध के चलते नहीं बढ़ पाया था। नाव चालक समिति के अध्यक्ष राम सिंह बिष्ट ने बताया कि पिछले काफी समय से नाव के रेट बढ़ाने को लेकर चर्चा हो रही थी, नगरपालिका के साथ मिलकर हाल ही में बोर्ड मीटिंग में किराया बढ़ाए जाने को लेकर प्रस्ताव पास हो गया है। इस क्रम में नया बढ़ा किराया लागू कर दिया गया है।
पूरे चक्कर के देने होंगे 420 रुपये
नाव चालक समिति के सचिव नैन सिंह चौहान ने बताया कि वर्तमान में नैनीझील में कुल 312 नौकायन संचालित हैं। जिसमें 222 पतवार वाली और 90 पेडल वाली नावें संचालित होती हैं। वहीं, 450 नाव- चालक रजिस्टर्ड हैं। अब तक फुल चक्कर का 210 रुपये और हाफ चक्कर का 160 रुपये किराया निर्धारित था। जिसमें 10 रुपये पालिका को टैक्स देना होता है। अब नये किराये की व्यवस्था लागू होने पर अधिक खर्च करना पड़ेगा। जिसके तहत झील के पूरे चक्कर के 420 और आधे चक्कर के 320 रुपये लिए जा रहे हैं। यह व्यवस्था लागू कर दी गई है जिसमें 20 रुपये नगरपालिका को टैक्स जाएगा।