नैनीताल: साइबर अपराधियों के जाल में फंसे युवक ने ब्लेकमेलिंग से परेशान होकर की आत्महत्या…

ख़बर शेयर कर सपोर्ट करें

एक युवक को साइबर ठगों ने ब्लैक मेल कर इतना परेशान किया कि युवक ने आखिरकार अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।


बेतालघाट ब्लॉक के सेठी गांव निवासी कृपाल सिंह का बड़ा बेटा मोहित सिंह (20) हिसार, चंडीगढ़ में होटल मैनेजमेंट की ट्रेनिंग ले रहा था। मोहित व छोटे भाई विजय का कौशल विकास योजना के तहत होटल मैनेजमेंट का कोर्स करने के बाद ट्रेनिंग के लिए चयन हुआ। छोटा भाई विजय कर्नाटक जबकि मोहित का चयन दिल्ली रोड हिसार में स्थित होटल में हुआ।

विजय इस बीच रामनगर आकर नौकरी करने लगा जबकि मोहित भी ट्रेनिंग निपटाकर घर आने वाला था।विजय के अनुसार उसे बीते दिन हिसार पुलिस का फोन आया और बताया कि मोहित ने पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है। घटना की सूचना से पूरा परिवार सदमे में आ गया।

आनन फानन में वह अपने चाचा चंदन सिंह व ताऊ के लड़के विकास के साथ हिसार को रवाना हुआ। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद मृतक मोहित का शव उन्हें सौंप दिया। जांच पड़ताल व मोहित के फोन से पता लगा कि भाई मोहित साइबर अपराधियों के जाल में बुरी तरह फंस चुका था।

बीते कुछ दिनों में वह 45 हजार रुपये से अधिक की धनराशि साइबर अपराधियों के खाते में ट्रांसफर कर चुका था। लगातार साइबर अपराधी मोहित पर और पैसे भेजने का दबाव बना रहे थे। बीते दिनों ही मोहित ने विजय को फोन कर तीन हजार रुपये भेजने की आवश्यकता बताई थी। विजय के अनुसार लगातार दबाव में आकर भाई मोहित ने आत्मघाती कदम उठाया। स्वजनों ने हिसार पुलिस से मामले में जांच कर दोषियों को दंडित करने की मांग उठाई है।

होटल मैनेजमेंट करने के बाद हिसार के होटल में ट्रेनिंग लेने वाले मोहित पर साइबर अपराधियों ने काफी दबाव बनाया यहां तक कि उसे बदनाम करने की धमकी भी देते रहे। मृतक के भाई विजय के अनुसार भाई के फोन पर देखने पर पता चला कि साइबर अपराधी उसे लगातार संपर्क कर रहे थे, उसे बार-बार फोन के जरिए परेशान किया जा रहा था।

बदनामी के डर व लगातार हो रही परेशानी से भाई ने आत्मघाती कदम उठा लिया। विजय बताते हैं कि सोशल मीडिया पर किसी साइट के जरिए उसके भाई को फंसाया गया और फिर बदनाम करने की धमकी दी गई। स्वजनों ने मामले को उत्तराखंड पुलिस को हस्तांतरित करने तथा उत्तराखंड पुलिस से मामले की जांच करने की भी गुहार लगाई है।

Ad Ad