केदारनाथ मंदिर की चार दीवारी पर सोने की परत के बजाय तांबा लगाए जाने के आरोपों को लेकर मंदिर समिति ने जांच शुरू कर दी है। दानी दाता से इस सबंध में सभी अन्य दस्तावेज मंगवाए गए हैं।
मंदिर समिति का कहना है कि इस तरह के आरोपों से केदारनाथ मंदिर की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है।
मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने कहा कि इस मामले को लेकर मंदिर समिति की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है। इसलिए मंदिर समिति सभी बिंदुओं पर विचार कर रही है, जिससे इस तरह के दुष्प्रचार पर रोक लगाई जा सके।
मालूम हो कि बीती 16 जून का जो वीडियो वायरल हुआ है, उसमें केदारनाथ मंदिर के वरिष्ठ पुजारी संतोष त्रिवेदी ने घोटाले के आरोप लगाए हैं। इसको लेकर विवाद खड़ा हो गया है। पुजारी ने कहा कि मंदिर का सोना पीतल में बदल गया है। उन्होंने श्री बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति (BKTC) और अधिकारियों पर 125 करोड़ रुपए का घोटाला करने का आरोप लगाया है। दूसरी तरफ BKTC ने इन आरोपों को निराधार बताया है। उन्होंने कहा कि मंदिर के खिलाफ दुष्प्रचार करने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।