नैनीताल :- फर्जी गाइडों की बढ़ती संख्या के कारण अब असली टूरिस्ट गाइड नजर आयेगे ड्रेस कोड में

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सरोवर नगरी में पर्यटकों की संख्या का अनुमान लगा पाना ज्यादातर मुश्किल ही रहता है। ठंडों का सीजन हो या गर्मी का मौसम, सिर्फ उत्तराखंड ही नहीं अनेकों राज्यों से आने वाले सैलानियों के कदम नैनीताल पहुंचकर ही रुकते हैं। नैनीताल में टूरिस्ट गाइडों का भी धंधा इन्हीं पर्यटकों के कारण फलता फूलता है। मगर अब फर्जी गाइडों के कारण पर्यटकों को परेशानी भी हो रही है और साथ ही असली गाइडों को नुकसना भी झेलना पड़ रहा है।दरअसल शहर में फर्जी गाइडों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बिना सत्यापन कई लोग गाइडिंग कर रहे हैं, इससे असली गाइडों का धंधा चौपट हो रहा है। फर्जी गाइडों द्वारा पर्यटकों के पीछे लग जाने, अभद्रता करने जैसी शिकायतें बीते कुछ समय से लगातार आ रही हैं। इस ओर ध्यान देने की जरूरत इसलिए भी अधिक है क्योंकि जो पर्यटक पहली बार नैनीताल आते हैं, वे अच्छी स्मृति ले जाएंगे तभी दोबारा आएंगे। ऐसे में फर्जी गाइड इन पर्यटकों के दिल में अच्छी जगह नहीं छोड़ रहे हैं।इन्हीं सब मुद्दों को ध्यान में रखते हुए अब होटल गाइड कर्मचारी संगठन पुलिस की मदद से शहर में प्रतिदिन बढ़ रहे फर्जी गाइडों पर अंकुश लगाएगा। बता दें कि मंगलवार को नयना देवी हॉल मल्लीताल में गाइडों की आम सभा में बढ़ते फर्जी गाइडों, होटल पैकेज के नाम पर पर्यटकों से ठगी व होटल मालिकों द्वारा गाइडों के शोषण आदि कई मामलों पर चर्चा की गई।जिसमें ये फैसला किया गया कि असली गाइड एक समान ड्रेस कोड में नजर आएंगे। यही नहीं पैकेज टूर के नाम पर पर्यटकों से ठगी करने वालों के खिलाफ भी कदम उठाए जाएंगे। साथ ही ये तय हुआ कि अगर कोई पंजीकृत गाइड शराब पीकर पर्यटकों को परेशान करता है तो उसके खिलाफ पुलिस व प्रशासन से कार्रवाई का अनुरोध किया जाएगा।गौरतलब है कि कोतवाली प्रभारी प्रीतम सिंह के निर्देशानुसार ये बैठक संपन्न हुई। बैठक में गाइडों से जुड़े अन्य मुद्दों पर भी चर्चा हुई। साथ ही मजबूत संगठन बनाकर फर्जी गाइडों पर लगाम लगाने का निर्णय लिया गया। लाजमी है कि शहर में फर्जी गाइडों की संख्या बढ़ रही है। जिसे नियंत्रण में लाने के लिए ये कुछ फैसले अमल में लाने जरूरी हैं।

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