अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट के एक गांव की महिला को समुदाय विशेष का एक नाई बरगला कर भगा कर ले गया और धर्मांतरण भी करा दिया। महिला 3 बच्चों की मां है। वहीं नाई को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने धर्मांतरण एक्ट समेत अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उसे न्यायालय में पेश किया। उत्तराखंड में धर्मांतरण एक्ट लागू होने के बाद यह सातवां जबकि इस कानून को सख्त बनाए जाने के बाद कुमाऊं का दूसरा मामला है जिसमें मुकदमा दर्ज हुआ है। इधर पहले कांग्रेस फिर हिंदूवादी संगठनों ने कोतवाली पहुंच घटना को शर्मनाक करार दिया।
जानकारी के मुताबिक 40 वर्षीय महिला ईद वाले दिन से गायब थी। महिला इलाज के सिलसिले में ईद वाले दिन नगर स्थित एक निजी चिकित्सक से दवा लेने पहुंची थी। आरोप है कि कचहरी लाइन स्थित सीढ़ी बाजार में सैलून चलाने वाला मो. चांद पुत्र मो. शरीफ ने बहला फुसला कर महिला को अपने चंगुल में फंसा लिया। युवक ने जबरन उसका मोबाइल अपने पास रख लिया। उसे घर भी नहीं जाने दिया।
वही घर वालों ने जब ढूंढ खोज की तो महिला आरोपित के साथ बुर्के में पकड़ी गई। इसके बाद धर्मांतरण एक्ट के तहत आरोपित के खिलाफ कार्रवाई की गई। बताया कि महिला को गरीबी का लाभ उठाकर लालच देकर जबरन धर्मांतरण कराया गया।