हल्द्वानी के ज्वेलर्स को व्हाट्सएप पर एक अन्जान द्वारा लॉरेन्स विश्नोई गैंग के सदस्य एवं सिद्धू मूसेवाला की हत्या में शामिल बताते हुए एक लाख रुपये की फिरोती मांगी गयी। पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें से एक हल्द्वानी का ही रहने वाला है और यहां रहकर ज्वेलर्स की रेकी कर सारी जानकारी अन्य सदस्यों को दे रहा था।
पुलिस बहुउद्देशीय भवन में आज मामले का खुलासा करते हुए एसपी सिटी प्रकाश चंद्र ने बताया कि बीती 3 जुलाई को सुरेश संस ज्वैलर्स के स्वामी अंकुर अग्रवाल को उनके व्हाट्सएप पर लॉरेन्स विश्नोई गैंग के सदस्य ने फोन किया। उसने उन्हें धमकाया और खुद को सिद्धू मूसेवाला का हत्यारा अंकित सिरसा बताते हुए एक लाख रुपये की रंगदारी मांगी। कहा कि अगर रकम नहीं मिली तो उसे भी गोली मार दी जाएगी।
इस मामले में मुकदमा दर्ज कर शातिर की तलाश शुरू की गई। जिस व्हाट्सएप नम्बर से धमकी आई, उसका डेटा निकाला तो दिल्ली और पंजाब की लोकेशन मिली। टीमों को दिल्ली व पंजाब रवाना कर दिया गया। पंजाब पहुंचने पर टीपीनगर चौकी प्रभारी दीपक बिष्ट की टीम को पता लगा कि जिस नंबर से धमकी आई थी वह नंबर पंजाब की किसी महिला का है। पुलिस ने तुरंत व्हाट्सएप कंपनी से उस फोन की जानकारी मांगी, जिस पर व्हाट्सएप नंबर चल रहा था। उक्त नम्बर की तलाश की गई तो नम्बर किसी सोनू कुमार का पाया गया।
पता लगा कि सोनू लॉरेंस विश्नोई गैंग का सक्रिय सदस्य है और खुद को सिद्धू मूसेवाला का हत्यारा अंकित सिरसा बताता है। पुलिस ने डेरा बस्ती पंजाब में सोनू के घर दबिश दी तो सामने आया कि पंजाब पुलिस उसे पहले ही तीन पिस्टल के साथ गिरफ्तार कर चुकी है। एसआई दीपक बिष्ट ने सोनू से पूछताछ की।
जिसमें रामापार्क उत्तमनगर नई दिल्ली, मूल निवासी सुवालालकापुरा मुरैना मध्य प्रदेश के देवेन्द्र जाटव उर्फ रॉकी और हल्द्वानी के नागेन्द्र चौहान का नाम सामने आया। इधर, सोनू की गिरफ्तारी की वजह से रॉकी और नागेन्द्र का सोनू से संपर्क नहीं हो पाया तो रॉकी व नागेंद्र ने प्लान बदल दिया। रंगदारी वसूलने रॉकी हल्द्वानी निकल पड़ा। उसे नागेन्द्र से मिलना था, तभी पुलिस को इसकी भनक लग गई।
पुलिस ने 15 जुलाई की रात रॉकी को टांडा जंगल के पास से गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद तल्ला गोरखपुर हीरानगर निवासी नागेंद्र सिंह चौहान पुत्र स्व. राजेंद्र सिंह चौहान को भी गिरफ्तार कर लिया।