जिलाधिकारी वंदना सिंह ने हल्द्वानी कैंप कार्यालय में नैनीताल झील, भीमताल झील, नाैकुचिया ताल झील एवं कमल ताल, इन सभी झीलों की डिसिल्टिंग एवं अन्य कार्यों के संबंध में जिला विकास प्राधिकरण एंव सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
समीक्षा के दौरान अधीक्षण अभियंता सिंचाई विभाग द्वारा अवगत करवाया गया कि सिंचाई विभाग ने नैनीताल और भीमताल झील की डिसिल्टिंग के लिए EOI आमंत्रित की है, जो अगले सप्ताह खुलेगी, उसके बाद झीलों की डिसिल्टिंग हेतु DPR दो माह के अंतर्गत तैयार कर ली जाएगी।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि डिसिल्टिंग के साथ-साथ नैनीताल स्थित नैनीझील के चारों ओर जो भी दीवारें, रेलिंग आदि क्षतिग्रस्त व ध्वस्त हो गई हैं, उन दीवारों की मरम्मत का कार्य मजबूती से किया जाना आवश्यक है, उन्होंने कहा कि झीलों के चारों ओर जहां-जहां पर सड़क के किनारे खाली स्थान मिलता है, वहां पेरिफेरल पाथ-वे बनाकर पैदल घूमने वाले पर्यटकों के लिए सुविधाजनक बनाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि झील के किनारे बनाई जाने वाली रेलिंग और अन्य अवसंरचना का निर्माण ऐसे किया जाय जिससे कि भविष्य में उसके मेंटेनेंस में कम धनराशि व्यय हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाए। इसके साथ ही खाली स्थानों पर पेड़ लगाए जा सकते हैं, जो वातावरण के अनुकूल हों ऐसे पौधों को लगाया जाए, जिनसे जनमानस के साथ-साथ ही पर्यटकों को पेड़ों की छाया सौंदर्यता भी प्राप्त हो।
जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि भीमताल के चारों ओर के दीवारें जो टूट गई है, उसकी मरम्मत करने का प्रावधान भी DPR में रखें। उन्होंने कहा कि भीमताल और भवाली के नालों के सुदृढ़ीकरण हेतु पृथक से एस्टीमेट बनाया जाए और झील पर आने वालों नालों पर चैक डैम, जाली आदि बनाया जाना अनिवार्य है, जिससे झील पर कूड़ा कचरा ना पहुंच सके।
बैठक में कमलताल, भीमताल और नैनीताल झील की डिसिल्टिंग, दीवारों का सुदृढ़ीकरण आदि की DPR सिंचाई विभाग द्वारा तथा नौकुचियाताल और भीमताल झील के आस पास पर्यटन सुविधाओं के निर्माण की DPR जिला विकास प्राधिकरण द्वारा बनाए जाने पर सहमति बनी।
एस्टीमेट के कार्य को फरवरी तक पूर्ण किए जाने के निर्देश दिये गए, बैठक में जिला विकास प्राधिकरण के सचिव विजयनाथ शुक्ल, सहित सिंचाई विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।