
हल्द्वानी: सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय परिसर में जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण द्वारा आयोजित भवन मानचित्र निस्तारण स्वयं शिविर में उत्तराखंड जलागम परिषद के उपाध्यक्ष शंकर कोरंगा ने धामी सरकार का प्रतिनिधत्व करते हुए भाग लिया। उन्होंने शिविर स्थल पर उपस्थित रहकर स्थानीय लोगों की भवन मानचित्र से संबंधित समस्याओं को सुना और निस्तारण प्रक्रिया का बारीकी से निरीक्षण किया।

शंकर कोरंगा ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि सभी आवेदनों का निष्ठापूर्वक और शीघ्र समाधान किया जाए। निस्तारण प्रक्रिया समयबद्ध, पारदर्शी और जनहितकारी होनी चाहिए। जनता को बिना भटकाव के सरल और सुगम सेवा प्राप्त हो। फील्ड स्तर पर निरीक्षण कर प्रत्येक प्रकरण को गंभीरता से लिया जाए।
वही उन्होंने कहा कि भवन मानचित्रों के लंबित मामलों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाया जाए ताकि नागरिकों को बार-बार कार्यालयों के चक्कर न लगाने पड़ें। उन्होंने शिविर की कार्यप्रणाली की सराहना करते हुए ऐसे आयोजन नियमित अंतराल पर किए जाने की आवश्यकता पर भी बल दिया। शिविर में सैकड़ो लोगों ने अपने भवन मानचित्र संबंधित आवेदन प्रस्तुत किए, जिनमें से कई मामलों का मौके पर ही समाधान कर उन्हें राहत प्रदान की गई। जनता ने शिविर को उपयोगी और प्रभावी बताते हुए कहा कि इससे उन्हें समय पर समाधान मिला और सरकारी तंत्र के प्रति भरोसा भी बढ़ा। प्राधिकरण के अधिकारियों और स्टाफ ने भी शिविर में सक्रिय भूमिका निभाई और लोगों को आवश्यक तकनीकी व प्रशासनिक मार्गदर्शन दिया। शिविर में मौजूद स्थानीय लोगों ने उपाध्यक्ष शंकर कोरंगा की संवेदनशीलता की सराहना की।

