हल्द्वानी: ओपन रिसर्च डेटा आधुनिक युग की जरूरत

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उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय, हल्द्वानी के पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान विद्या शाखा (School of Library and Information Science) द्वारा, Open Knowledge Foundation (OKFN) के सहयोग से, दिनांक 11 नवम्बर 2025 को “Open Research Data and Free Software Tools” विषय पर एकदिवसीय कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया। यह कार्यशाला डॉ. मोहित गर्ग, सेंट्रल लाइब्रेरी, आईआईटी दिल्ली एवं Open Knowledge Foundation के सहयोग से आयोजित की गई।

अपने विस्तृत व्याख्यान में डॉ. गर्ग ने ओपन रिसर्च डेटा की अवधारणा, उसके प्रकार, डेटा के फॉर्मेट, मशीन रीडेबल डेटा, डेटा की गुणवत्ता नियंत्रण (Data Quality Control), मिसिंग डेटा (Missing Data), ओपन एक्सेस, उपलब्धता, पुनः उपयोग (Reuse) और ओपन डेटा के पाँच सितारा मॉडल (Five-Star Model)* पर विस्तारपूर्वक चर्चा की। उन्होंने प्रतिभागियों को Open Refine, Data Curator और Open Data Editor जैसे मुक्त स्रोत सॉफ्टवेयरों से परिचित कराया तथा बताया कि ये उपकरण डेटा की सफाई (Data Cleaning), इंटरऑपरेबिलिटी (Interoperability), रीप्रोड्यूसिबिलिटी (Reproducibility) और डेटा प्रबंधन (Data Management) सुनिश्चित करने में अत्यंत सहायक हैं। अध्यक्षीय उद्बोधन प्रोफेसर. अरविंद भट्ट, निदेशक, पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान विद्या शाखा द्वारा किया गया। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि ओपन रिसर्च डेटा आधुनिक युग में शोध की पारदर्शिता, विश्वसनीयता और नवाचार को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। कार्यक्रम का संचालन सुश्री प्रीति शर्मा, सहायक आचार्य, पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान विद्या शाखा द्वारा किया गया तथा धन्यवाद ज्ञापन श्री मनोज कुमार सहायक आचार्य, पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान विद्या शाखा ने प्रस्तुत किया।
इस कार्यशाला में 80 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जिनमें विश्वविद्यालय की विभिन्न विद्या शाखाओं के प्राध्यापकगण, शोधार्थी, तथा बी.एल.आई.एस. एवं एम.एल.आई.एस. कार्यक्रमों के 60 से अधिक विद्यार्थी शामिल थे। प्रतिभागियों ने गाज़ियाबाद, देहरादून, खटीमा, नैनीताल और अन्य स्थानों से ऑनलाइन एवं ऑफलाइन दोनों माध्यमों से भागीदारी की।
कार्यक्रम में डॉ. राकेश पंत , श्री मनोज कुमार पाण्डेय डॉ. गौरी नेगी, डॉ. सुमित कुमार, डॉ. आशीष टम्टा, डॉ. मेघा पंत, डॉ. जया उप्रेती, डॉ. मुक्ता जोशी, श्री विभु कांडपाल सहित अनेक प्राध्यापकों ने सक्रिय सहभागिता की। शोधार्थी सुश्री हर्षिता मेहता सहित कई अन्य शोध छात्रों ने भी कार्यशाला में भाग लेकर संवाद को समृद्ध बनाया। कार्यक्रम के अंत में Kahoot प्लेटफ़ॉर्म पर एक रोचक क्विज़ प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें तीन विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए गए। इससे प्रतिभागियों में उत्साह, प्रतिस्पर्धा और सीखने की भावना का वातावरण बना।यह कार्यशाला ज्ञानवर्धक, संवादपरक एवं प्रेरणादायक सिद्ध हुई, जिसने प्रतिभागियों को ओपन साइंस, डेटा पारदर्शिता तथा मुक्त सॉफ्टवेयर उपकरणों के प्रभावी उपयोग के प्रति जागरूक किया।

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