
हल्द्वानी के अरावली वाटिका छड़ायल क्षेत्र में रहने वाले हंसा दत्त जोशी को उस समय गहरा सदमा लगा, जब उन्हें उनके घर के बिजली बिल के रूप में ₹46,60,151 की भारी-भरकम राशि का नोटिस मिला। यह बिल उनके घर में स्मार्ट मीटर लगने के महज एक महीने बाद ही आया, जिससे जोशी परिवार स्तब्ध रह गया।

हंसा दत्त जोशी ने बताया कि एक निजी कंपनी के कर्मचारी कुछ समय पहले उनके घर पर स्मार्ट मीटर लगाकर गए थे। बीते दो दिन पहले जब उन्होंने ऑनलाइन माध्यम से बिजली बिल देखा, तो आंखें फटी की फटी रह गईं। उन्होंने तत्काल ऊर्जा निगम के ट्रांसपोर्ट नगर कार्यालय में शिकायत की, जहां से उन्हें हीरानगर स्थित कार्यालय भेजा गया। वहां अधिकारियों ने उन्हें जल्द बिल सुधारने का आश्वासन दिया।
इस मामले में उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPCL) के अधीक्षण अभियंता नवीन मिश्रा ने कहा कि उपभोक्ता के पुराने मीटर में तकनीकी कमी थी, जिसके चलते बिल में त्रुटि हुई। उन्होंने स्पष्ट किया कि नया स्मार्ट मीटर पूरी तरह से सही कार्य कर रहा है, और शिकायत मिलने के बाद बिल को संशोधित कर दिया गया है। बिजली विभाग के अधिकारी ने यह भी बताया कि उपभोक्ता को अगली बार से वास्तविक बिल ही जारी किया जाएगा। इस आश्वासन के बाद जोशी परिवार ने कुछ राहत की सांस ली है, लेकिन यह घटना स्मार्ट मीटर प्रणाली और बिलिंग प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर रही है।

