छड़ायल स्थित राजारानी विहार में शनिवार को गुलदार का आतंक छाया रहा। गुलदार को पकड़ने में वन कर्मियों के पसीने छूट गए। करीब 5 घंटे तक वन विभाग कर्मियों ने गुलदार को पकड़ने के लिए अभियान चलाया। इस बीच गुलदार के हमले में पांच लोग घायल हो गए, इसमें दो वन विभागकर्मी और तीन झोपड़ी में बैठे मजदूर थे। गुलदार को रेस्क्यू सेंटर भेज दिया गया है।
शनिवार सुबह करीब सात बजे राजारानी विहार के अजय धौनी, मृदुल पांडेय क्रिकेट खेलने जा रहे थे। इस बीच उन्हें कोरल इंटरनेशनल स्कूल के पास एक खेत में गुलदार दिखाई दिया। उन्होंने इसकी सूचना वन विभाग को दी। करीब आधे घंटे के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। वहीं गुलदार को देखने के लिए यहां लोगों की भीड़ जुट गई। झाड़ियों में छिपे गुलदार को वन विभाग की टीम करीब पौन घंटे तक तलाशती रही।
लोगों की भीड़ और शोर सुन गुलदार राजारानी विहार के पार्क के रास्ते में स्थित एक झोपड़ी में घुस गया। जहां झोपड़ी में मौजूद तीन मजदूर नन्हे लाल के हाथ, धर्मवीर की गर्दन और एक अन्य के पैर गुलदार ने जख्मी कर दिया। इसके बाद गुलदार भागकर पार्क के सामने एक घर की चहारदीवारी में घुस गया। तब तक यहां पर टीपीनगर चौकी पुलिस भी पहुंच चुकी थी। यहां पर एक घर के पास जेसीबी कार्य कर रही थी, लोग शोरगुल कर रहे थे। इस बीच गुलदार वहां से भाग गया।
गुलदार चहारदीवारी से भागकर खाली खेत की झाड़ियों में घुसा और लोगों के आंखों से ओझल हो गया। इसके बाद सभी झाड़ियों में उसके छिपे होने का अंदाजा लगा रहे थे। वन विभाग की टीम ने ड्रोन कैमरे से झाड़ियां खंगाली। इसके बाद एक गाड़ी लेख में गुलदार को तलाशने भेजी गई। अचानक एक झाड़ी में गाड़ा चढ़ी तो उसके नीचे से गुलदार बाहर निकल आया। इसके बाद वह उग्र होकर हमलावर हो गया।
गुलदार ने वन विभाग के चालक कन्नू आर्या और वन दरोगा सुरेंद्र सिंह पर हमला कर दिया। जिसमें दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। करीब 11:28 बजे उसे ट्रेंकुलाइजर गन मारी गई। 20 मिनट के बाद बेहोश होने पर उसे पिंजरे में डालकर रेस्क्यू सेंटर भेजा गया।