नैनीताल। नगर में बढ़ती जनसंख्या के साथ ही पानी की खपत भी बढ़ रही है। यहां पिछले दस सालों की तुलना में जहां स्थानीय लोगों की आबादी बढ़ी है। तो वहीं पर्यटकों की आवाजाही भी साल भर हो रही है। इससे यहां पानी की खपत काफी बढ़ गई है।
जबकि आपूर्ति के लिए मुख्य तौर पर यहां नैनी झील पर ही निर्भर हैं। इसके लिए एशियन डेवलपमेंट बैंक की नीदरलैंड की छह सदस्यीय विशेषज्ञों की टीम यहां सर्वे के लिए पहुंची है। जो नैनीताल में पांच से छह दिन तक पानी की आपूर्ति, खपत, यहां के मुख्य जलस्रोतों का सर्वे कर रही है। साथ ही पानी की गुणवत्ता की भी जांच कर रही है।
बुधवार को भी टीम ने सिंचाई विभाग की टीम के साथ सिपाहीनाला जल स्रोत का निरीक्षण किया। सर्वे पूरा होने के बाद टीम अपने सुझाव देगी कि किस तरह पानी के जल स्रोतों को आपूर्ति के लिए उपयोग किया जा सकता है। वर्षा जल को किस तरह संचित कर उपयोग में लाया जा सकता है। साथ ही ड्रेनेज सिस्टम को कैसे बेहतर किया जा सकता है। इसके लिए टीम जलसंस्थान विभाग से भी मिली है।
सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता अनिल कुमार वर्मा ने बताया कि सर्वे पूरा होने के बाद टीम अपने सुझाव संबंधित अधिकारियों को सौंपेगी।