तंत्र-मंत्र के चक्कर में स्वजन ने करीब आठ दिन से दो बेटियों को खाना नहीं दिया था। पूरी तरह अंधविश्वास से जकड़े स्वजन दोनों को गर्म पानी पिलाने के साथ ही उनके शरीर पर भी गर्म पानी डाल रहे थे। ‘भूत’ भगाने के चक्कर में परिवार की इस अज्ञानता ने दोनों बेटियों की जान ले ली। तीन दिन बाद बड़ी बेटी की मौत हुई। इसके बावजूद उनका दिल नहीं पसीजा।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दोनों के पेट में सिर्फ पानी मिला। फरार दो भाइयों को पुलिस ने पकड़ लिया है। साथ ही मानसिक रूप से विकृत स्थिति को देखते हुए पूरे परिवार को उपचार के लिए सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी भेजा गया है।
काशीपुर के लक्ष्मीपुर पट्टी स्थित मोहल्ला खालिक कालोनी में घर के अंदर शनिवार को संदिग्ध अवस्था में सगी दो बहनों के शव मिले थे। अली हसन की चार पुत्रियां यासमीन, फरीन, साहीन और हिना और व तीन पुत्र हैं। तीन दिन पहले अली हसन के घर में चीख-पुकार सुनाई दे रही थी। सूचना पर बांसफोड़ान चौकी प्रभारी सुनील सुतेड़ी मौके पर भी पहुंचे। तब स्वजन ने तबीयत खराब होने की बात कह दी थी। हालांकि, उस समय 11वर्षीय यासमीन की मौत हो चुकी थी।
उसके बाद शुक्रवार को 17 वर्षीय फरीन ने भी दम तोड़ दिया। कोतवाल मनोज रतूड़ी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दोनों बहनों के पेट में सिर्फ पानी मिला है। दोनों ने करीब आठ दिनों से कुछ नहीं खाया था। विसरा रिपोर्ट के लिए सैंपल भेज दिया गया है। मामले की गहराई से जांच की जा रही है। कोतवाल ने बताया कि पिता अली हसन का कहना है कि फरीन और यासमीन पर भूत का साया था। पिता व भाई तंत्र-मंत्र करने में जुटे रहे। दोनों बेटियों को भूखा-प्यासा रखा। आठ दिनों से सिर्फ गर्म पानी ही पिलाया जा रहा था। तंत्र-मंत्र के दौरान बेटियों के मुंह, गाल एवं शरीर पर मारपीट के निशान भी थे। दोनों बेहद कमजोर हो चुकी थीं।
अली हसन ने बेटियों के पेट पर बैठकर ‘भूत’ भगाने की कोशिश की। इस दौरान सांस रुकने से दोनों ने दम तोड़ दिया। घटना के बाद दो भाई फरार हो गए थे। एसएसआइ प्रदीप मिश्रा के नेतृत्व में पुलिस टीम ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। मामले में मृतका के पिता, मां, भाई व बहन को उपचार के लिए हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल के मानसिक रोग विभाग में भेजा गया है।